Sunday, October 27, 2024
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बड़ी खबर : हिमाचल में 386 स्कूलों-कॉलेजों को बंद करने की तैयारी

बड़ी खबर आपको बता दे की पूर्व BJP government के कार्यकाल के दौरान 1 अप्रैल, 2022 के बाद नए खुले या अपग्रेड किए गए 386 schools colleges को निष्क्रिय करने की तैयारी शुरू हो गई है। शिक्षण संस्थानों को बंद करने पर लोगों के विरोध से बचने के लिए सरकार ने यह नई तरकीब निकाली है। शिक्षा विभाग ने इन संस्थानों में कार्यरत करीब 800 शिक्षकों को रिक्त पदों वाले संस्थानों में स्थानांतरित करने के लिए सूची भी तैयार कर ली है।

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आपको बता दे की बंद होने वाले schools and colleges से students को nearest educational institutions में नए शैक्षणिक सत्र से पहले शिफ्ट किया जाएगा। कैबिनेट की मंजूरी के लिए यह प्रस्ताव शिक्षा विभाग के पास पहुंच गया है। 11 दिसंबर को Himachal Pradesh में Congress government का गठन होने के बाद पूर्व की BJP government के समय 1 अप्रैल, 2022 के बाद कई विभागों के 600 से ज्यादा कार्यालयों और संस्थानों को बंद कर दिया गया। Schools and colleges को अभी बंद नहीं किया गया।

Degree colleges, Senior secondary, high, middle, primary schools in Himachal

बता दे की Chief Minister Sukhwinder Singh Sukhu ने schools and colleges की पूरी जानकारी प्राप्त होने के बाद ही इस बाबत फैसला लेने के लिए कहा था। इसी कड़ी में जनवरी में शिक्षा विभाग की समीक्षा के दौरान मुख्यमंत्री को बताया गया था कि 1 अप्रैल, 2022 के बाद भाजपा सरकार ने 23 degree colleges, 98 senior secondary schools, 131 high schools, 85 middle schools और 49 primary schools खोले और स्तरोन्नत किए। इन संस्थानों में पढ़ने वाले विद्यार्थियों और स्टाफ की संख्या के अलावा नजदीकी संस्थानों की दूरी से भी मुख्यमंत्री को अवगत कराया गया। 13 जनवरी को हुई कैबिनेट बैठक में इस बाबत कोई चर्चा नहीं हुई।

आपको बता दे की अब शिक्षा विभाग ने आगामी कैबिनेट बैठक के लिए प्रस्ताव तैयार कर सरकार को भेज दिया है। इसके तहत भाजपा सरकार के समय खुले स्कूलों-कॉलेजों को बंद करने की जगह निष्क्रिय करने की सिफारिश की गई है। योजना के तहत निष्क्रिय किए जाने वाले संस्थानों में नए शैक्षणिक सत्र से पहले ही शिक्षकों को स्थानांतरित कर दिया जाएगा।

खबर आपको यह भी बता दे की इन स्कूलों में सिर्फ औपचारिकता के लिए शिक्षक नियुक्त होंगे, ताकि यहां दाखिलों के लिए विद्यार्थी कम पहुंचे। निष्क्रिय किए जाने वाले स्कूलों-कॉलेजों के नजदीकी संस्थानों में सुविधाएं बढ़ाई जाएंगी। नजदीकी संस्थानों में विद्यार्थियों को दाखिले लेने के लिए प्रोत्साहित भी किया जाएगा।

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