Friday, December 20, 2024
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DAV स्कूल के निर्माण में सरकारी सीमेंट का इस्तेमाल, 600 बोरी पकड़ी, BJP नेता ठेकेदार FIR

A contractor has used government cement for the construction of a new school building of a private institution in Nagrota Suriyan of Kangra district of Himachal Pradesh. The Vigilance Department of Dharamshala has started investigation.

Govt cement used in private building in Nagrota Suriyan Kangra

हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा जिला के नगरोटा सूरियां (Nagrota Suriyan of Kangra district of Himachal Pradesh) के एक निजी संस्था के स्कूल के नए भवन निर्माण पर एक ठेकेदार ने सरकारी सीमेंट (government cement) के प्रयोग किया है. धर्मशाला (Dharamshala) का सतर्कता विभाग जांच में जुट गया है.

ब्लॉक समिति नगरोटा सूरियां (block committee Nagrota Suriyan) के पूर्व उपाध्यक्ष और स्कूल की कमेटी के दो साल तक अध्यक्ष रह चुके बलबीर पठानिया ने बताया कि सुगनाड़ा गांव में डीएवी स्कूल (DAV school Suganada village ) में एक पांच कमरों का निर्माण किया जा रहा है. इस भवन के निर्माण में सरकारी सीमेंट लगाया जा रहा था. भवन का निर्माण के लिए स्कूल ने भाजपा नेता और ठेकेदार को टेंडर अवार्ड किया गया है. मौके से विजिलेंस टीम को 174 बोरी भरी हुई मिली है, जबकि कुछ बैग खाली मिले हैं.

बलबीर पठानिया ने स्कूल प्रधानाचार्य पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि स्कूल की प्रधानाचार्य की मिलीभगत से ठेकेदार भवन निर्माण में भी अनियमितताएं बरत रहा है. बलबीर पठानिया ने कहा कि निजी संस्था के स्कूल भवन में जहां सरकारी सीमेंट का प्रयोग कर सरकार को चूना लगाया जा रहा है. वहीं, भवन निर्माण में घटिया सामग्री का प्रयोग कर भविष्य में बच्चों के जान को भी खतरे में डाला जा रहा है. भवन की नींव भवन बनने से पहले ही धंस गई है और ऐसे लग रहा कि इसमें सीमेंट अनुपात के विपरीत कम मात्रा में लगाया गया है.

ठेकेदार अशोक गुलेरिया ने डीएवी स्कूल के नाम पर 1300 बोरी सरकारी सीमेंट का इंडेंट बनवा कर सिविल सप्लाई से 600 बोरी सीमेंट प्राप्त कर ली. जब ठेकेदार बाकी 700 बोरी सिविल सप्लाई में दोबारा लेने गया तो कहा कि निजी संस्था को सरकारी सीमेंट नहीं दे सकते. अब हैरानी की बात है ठेकेदार ने निजी संस्था के नाम इंडेंट बनवा कर धोखे से सिविल सप्लाई से 600 बोरी सीमेंट कैसे हासिल कर ली.

सिविल सप्लाई के इंस्पेक्टर मोहिंदर का कहना है कि ठेकेदार अशोक सरकारी ठेकेदार है और पहले भी सरकारी कार्यों के लिए सीमेंट लेकर जाता था और वह इसी का फायदा उठाकर धोखे से सीमेंट ले गया है. उन्होंने कहा कि निजी संस्था को सरकारी सीमेंट सप्लाई नहीं हो सकती है. वहीं, ठेकेदार अशोक गुलेरिया ने मामले पर कुछ भी कहने से इनकार कर दिया. ठेकेदार अशोक गुलेरिया जिला भाजपा कार्यकारिणी सदस्य है और स्थानीय विधायक का भी खास होने के कारण अन्य भवन निर्माण कार्य भी सन्देह के घेरे में आ रहे हैं.

डीएवी पब्लिक स्कूल सुगनाड़ा (नगरोटा सूरियां) (DAV Public School Suganada (Nagrota Suriyan)) की प्रधानाचार्य एकता अत्री का कहना है कि बलबीर पठानिया के सभी आरोप निराधार हैं. स्कूल भवन का ठेका अशोक गुलेरिया को अवार्ड किया गया है और समय समय पर संस्था के तकनीकी अधिकारी व स्कूल कमेटी निर्माण कार्य का निरीक्षण करते रहते हैं. सतर्कता विभाग धर्मशाला (Vigilance Department, Dharamshala) के डीएसपी बलबीर जसवाल ने बताया कि जांच जारी है और सिविल सप्लाई नगरोटा सूरियां (Civil Supplies Nagrota Suriyan) से जांच टीम ने संबंधित दस्तावेज सील कर लिए हैं.

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