Big news for Himachal universities students
हिमाचल प्रदेश के सभी शैक्षणिक संस्थानों में ग्रेजुएशन चार साल की होगी। यूनिवर्सिटी ग्रांट्स कमीशन यानि यूजीसी द्वारा चार साल की ग्रेजुएशन प्रोग्राम को लेकर फ्रेमवर्क फाइनल कर दिया है। इन रेगुलेशन को अगले हफ्ते से देश की सभी यूनिवर्सिटीज में भेज दिया जाएगा।
Graduation in all educational institutions of Himachal Pradesh will be of four years. The University Grants Commission i.e. UGC has finalized the framework regarding the four-year graduation program. These regulations will be sent to all the universities of the country from next week.
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इसमें देश 45 सेंट्रल यूनिवर्सिटीज भी शामिल हैं। शैक्षणिक सत्र 2023-24 से सभी विश्वविद्यालयों के नए छात्र 4 वर्षीय अंडर ग्रेजुएट पाठ्यक्रमों (बीए, बीकॉम, बीएससी) आदि में दाखिला ले सकेंगे। इस फैसले के अगले सत्र से लागू होने की संभावना है।
हालांकि छात्रों के पास तीन साल में ग्रेजुएशन करने का विकल्प भी मौजूद रहेगा, लेकिन वह सिर्फ उनके लिए जिन्होंने इस एकेडमिक ईयर में तीन साल के ग्रेजुएशन कोर्सेज में एडमिशन लिया हुआ है।
आपको बता दे की अगले एकेडमिक सेशन में वे अपने कोर्स को अपग्रेड कर पाएंगे जिन स्टूडेंट्स ने पहले ही यूनिवर्सिटीज में एडमिशन लिया हुआ है या ऐसे स्टूडेंट्स जो अभी फस्र्ट या सेकेंड ईयर में हैं, उनके पास भी यह ऑप्शन होगा। विद्यार्थियों को परेशानी न हो, इसलिए कालेज स्तर पर हेल्प डेस्क बनाने की तैयारी है।
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आपको बता दे की चार वर्षीय अंडर ग्रेजुएट पाठ्यक्रमों के बाद दो साल का पोस्ट ग्रेजुएशन और एमफिल करने वाले छात्रों के लिए पीएचडी में दाखिले के लिए 55 प्रतिशत अंक लाना अनिवार्य होगा। हालांकि, एमफिल कार्यक्रम को अब प्रदेश के शिक्षण संस्थानों में बंद कर दिया गया है। कई बड़े विश्वविद्यालय आने वाले वर्षों में एमफिल का कोर्स ऑफर नहीं करेंगे।
तय होंगे आवश्यक नियम
आपको बता दे की यूजीसी चार वर्षीय पाठ्यक्रमों के मामले में विभिन्न विश्वविद्यालयों को भी कुछ नियम कायदे बनाने की छूट देगा। विश्वविद्यालयों की एकेडमिक काउंसिल और एग्जीक्यूटिव काउंसिल में इसको लेकर आवश्यक नियम तय किए जा सकते हैं।
हिमाचल विश्वविद्यालय चाहे, तो फाइनल ईयर में पढऩे वाले छात्रों को भी चार वर्षीय अंडर ग्रेजुएट पाठ्यक्रमों का हिस्सा बनने का अवसर दे सकते हैं। अगर वर्षीय अंडर ग्रेजुएट पाठ्यक्रम में केवल नए छात्रों को ही मौका मिलेगा, तो इसके नतीजे चार साल बाद पता लग सकेंगे।
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If Himachal University wishes, students studying in the final year can also be given an opportunity to be a part of the four-year undergraduate courses. If only new students get a chance in the one-year undergraduate course, then its results will be known after four years.
वहीं पुराने छात्रों के इस स्कीम से जुडऩे से यह नतीजे जल्द सामने आ सकेंगे।