हिमाचल प्रदेश में एक बार फिर से एक्टिव केस फाइंडिंग अभियान की तरह का दूसरा अभियान चलाया जाएगा। उस अभियान की सराहना भी राष्ट्रीय स्तर पर हुई थी, जिससे हिमाचल भी पहली लहर में बड़ा फायदा मिला। इसी तरह का दूसरा अभियान यहां पर सरकार चलाने जा रही है, जिस पर कैबिनेट की बैठक में चर्चा होगी। मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने इसका खुलासा किया है, जिनका कहना है कि सर्दी, खांसी व जुखाम के मरीज घरों में दुबके हुए हैं, जो संक्रमण बढ़ाने में मददगार बन रहे हैं। इस संक्रमण को फैलने से रोकना है और इसके लिए जरूरी है कि ऐसे लोग टेस्टिंग के लिए सामने आएं। सरकार उन पंचायतों को सम्मानित करेगी, जो इस अभियान में मदद करेंगे। ऐसे लोगों को सामने लाने में जो पंचायतें अपना सहयोग देंगी, उनको सरकार सम्मानित करेगी। उनको किस तरह का सम्मान दिया जाएगा इसकी रूपरेखा कैबिनेट की बैठक में तय की जाएगी। ऐसे संकेत सीएम ने शिमला में एक समारोह के दौरान दिए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि जन प्रतिनिधियों का सहयोग बेहद जरूरी है। विधायकों को उन्होंने कहा कि वह भी होम आइसोलेशन में रहने वाले लोगों की मदद करें उनसे बातचीत करें और उनका सहयोग करें। उनके लिए जारी की गई किट के अतिरिक्त कोई और मदद हो सके, तो विधायक दे सकते हैं, लेकिन डाक्टरी परामर्श से ही ऐसा किया जाए। साथ ही उन्होंने स्वयंसेवी संस्थाओं को भी मदद को आगे आने को कहा। सीएम ने एक बार फिर से प्रदेश में लोगों से सूक्ष्म शादियों का ही आयोजन करने की बात कही। आने वाले दिनों में फिर से शादियों के मुहुर्त हैं, जिनमें नियमों की पालना को कहा गया है। वहीं धार्मिक आयोजनों को पूरी तरह से टालने की भी अपील लोगों से की है। उन्होंने ब्लैक फंगस को लेकर भी लोगों को सतर्क रहने को कहा साथ ही कहा कि सरकार इसके मरीजों के इलाज के लिए भी विशेष व्यवस्थाएं कर रही है। समय रहते इसे भी महामारी घोषित कर दिया गया है।