कुल्लू अस्पताल के मुख्य गेट में बेतरतीव तरीके से खड़े वाहन, इमरजेंसी में वाहनों और एंबुलेंस के लिए परेशानी का सबव बन रहे हैं। ऐसे में अस्पताल में इमरजेंसी में उपचार करवाने आए मरीज और उनके परिजनों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।
अस्पताल परिसर का यह क्षेत्र आपातकाल में स्वास्थ्य सेवाएं देने की दृष्टि से काफी संवेदनशील है। अस्पताल प्रबंधन यहां पर व्यवस्था बनाने में पूरी तरह से नाकाम साबित हो रहा है। मुख्य गेट से लेकर ट्रामा सेंटर और साथ में लगती कैंटीन परिसर तक आने जाने के लिए लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।
जिसका खामियाजा अस्पताल में उपचार करवाने आए लोगों को भुगतना पड़ रहा है। इमरजेंसी में मरीजों को मुख्य द्वार पर ही उतार कर ट्रामा सेंटर ले जाने के लिए लोग विवश नजर आए हैं। ऐसी ही एक घटना बुधवार को भी अस्पताल के मुख्य गेट पर देखने को मिली , जब महिला को व्हील चेयर से उतारकर व्हीलचेयर को सिर पर उठाकर मरीज को पकड़ कर ट्रामा सेंटर ले जाया गया।
क्षेत्रीय अस्पताल की मुख्य गेट के आगे इस तरीके से वहां वाहन खडे किए गए थे कि तिल धरने की जगह नहीं थी। ऐसे में कर्मचारी भी एंबुलेंस को मुख्य गेट के बाहर ही खड़ा करने को भी बेबस हैं। गेट पर तैनात सुरक्षा कमी भी व्यवस्था को ठीक करने में नाकाम है।अस्पताल प्रबंधन इस समस्या का हल नहीं कर पाया है। क्षेत्रीय अस्पताल कुल्लू के चिकित्सा अधीक्षक डाक्टर नरेश चंद का कहना है कि समस्या संज्ञान में है। जल्द ही अस्पताल के मुख्य गेट तैनात सुरक्षा कर्मी को सख्त निर्देश दिए जाएंगे, ताकि लोगों को दिक्कतों का सामना न करना पड़े।