Sunday, December 22, 2024
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हिमाचल प्रदेश की इस पंचायत से 2,467 सीमेंट बैग गायब : लाखों रुपये का घोटाला

हिमाचल प्रदेश के बिलासपुर जिले के विकासखंड झंडूता की ग्राम पंचायत बलघाड़ में धोखाधड़ी का मामला सामने आया है, जिसमें लाखों रुपए की 2467 बोरी सीमेंट गायब हो गई। इसका पता पंचायती राज विभाग ऑडिट के दौरान चला.

ऑडिट एक वार्ड सदस्य की ओर शिकायत पर किया गया।

विभागीय कमेटी ने 1 अप्रैल 2019 से 31 मार्च 2023 तक पाई गई अनियमिताओं का ऑडिट किया है। ऑडिट में पाया गया कि विकास कार्य पूरे होने के बाद पंचायत की ओर से गैरकानूनी ढंग से खाद्य आपूर्ति विभाग झंडूता से सीमेंट की खरीद जारी रखी गई। पंचायत ने करीब 5,800 सीमेंट बैग विभाग से लिए, जिनमें से 2,467 बैग गायब कर दिए गए। यह सीमेंट के बैग कार्य पूरा होने के बाद विभाग से खरीदा गया।

ऑडिट रिपोर्ट के क्रमांक 1 में 436 बैग और क्रमांक 2 में 2031 बैग का घोटाला दर्शाया गया है। वार्ड सदस्य योगेश कुमार ने जिला पंचायत अधिकारी को घोटाले की शिकायत दी थी। योगेश ठाकुर ने आरटीआई के माध्यम से पंचायत में हुए विकास कार्यों से संबंधित जानकारी ली थी।

आरटीआई में जानकारी मिली है कि

योगेश ठाकुर के अनुसार आरटीआई में जानकारी मिली कि मुख्य सड़क से अशोक कुमार के घर की ओर एक सड़क बनाई गई। इसका कार्य 2020 में संपन्न हो गया, लेकिन उस सड़क के लिए सीमेंट 7 जुलाई 2021 को फिर से लिया गया, जिसे उपयोग करने का कोई जिक्र नहीं है।

इसके अलावा अमरोहा से पंचवटी खेल मैदान की ओर सड़क का निर्माण किया गया। इसका निर्माण कार्य मार्च 2021 में संपन्न हो गया, लेकिन जुलाई 2021 में 210 बैग और लिए गए। इसके अलावा 10 लाख रुपये की लागत से बनी गोशाला की सड़क में 900 सीमेंट बैग स्वीकृत हुए। इसमें मात्र 600 बैग लगे हैं। बाकी सीमेंट गायब कर दिया गया है। कुलदीप सिंह के घर के पास डंगे का निर्माण साल 2020 में किया गया, जबकि जुलाई 21 मई 700 बैग सीमेंट के और ले लिए गए। उन्हें भी लगाने का कहीं विवरण नहीं है।

आरटीआई में यह भी खुलासा

सिविल सप्लाई से ली गई इस आरटीआई में यह भी खुलासा हुआ है कि 24 मई 2021 को 240 सीमेंट बैग गाड़ी नंबर एचपी-55-3121 में लाए गए, लेकिन पंचायत रिकॉर्ड में वह कहीं भी दर्ज नहीं हैं।

मुख्य सड़क से प्रेम सिंह के घर की ओर सड़क का निर्माण तीन लाख रुपये से किया गया है। इस सड़क निर्माण के लिए सीमेंट के 200 बैग लगे थे, लेकिन जब इस कार्य का बिल देखा तो उसमें 300 बैग सीमेंट इस्तेमाल दर्शाया गया है। तकनीकी सहायक ने भी 300 बोरी सीमेंट की ही दर्ज की हैं।

प्रधान ने पहले 19 मई 2020 को 150 बैग सीमेंट बुक करवाया था। उसके बाद दोबारा उसी कार्य के लिए 5 माह बाद 17 अक्तूबर 2020 को 150 बैग सीमेंट बुक करवाया। ऑडिट टीम में पंचायत निरीक्षक सुभाष शर्मा, पवन कुमार, अनिल कुमार, सुदर्शन शामिल रहे।

विकास खंड अधिकारी चतर सिंह धीमान ने बताया कि ऑडिट कर लिया गया है, लेकिन जिला पंचायत अधिकारी से अभी तक उनके पास रिपोर्ट नहीं पहुंची है। जैसे ही रिपोर्ट उनके पास पहुंचेगी वैसे ही पंचायत के खिलाफ कानूनी कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।

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