जम्मू-कश्मीर के किश्तवाड़ जिले के एक सुदूर गांव में बुधवार तड़के बादल फटने की घटना में कुछ घरों के बह जाने के बाद सात लोगों की मौत हो गई और 12 लोगों को बचाया गया है, जो घायल हैं। एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि दाचन तहसील के होनजार गांव में सुबह करीब साढ़े चार बजे बादल फटने की घटना के बाद से 30 से अधिक लोग लापता हैं। पुलिस, सेना और राज्य आपदा मोचन बल (SDRF) मौके पर एक संयुक्त राहत अभियान चला रहे हैं। केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिंह और पुलिस महानिदेशक दिलबाग सिंह से बात की और स्थिति के बारे में जानकारी हासिल की है।
जिला विकास आयुक्त अशोक कुमार शर्मा ने कहा कि बादल फटने की घटना से प्रभावित गांव में से सात लोगों के शव अभी तक बचावकर्मियों को मिल चुके हैं और 12 लोगों को बचाया गया है, जो घायल हैं।” उन्होंने बताया कि बादल फटने के बाद अचानक आई बाढ़ में छह मकान बह गए। अंतिम रिपोर्ट मिलने तक तलाश एवं बचाव अभियान जारी था। एसडीआरएफ के दो और दल मौसम साफ होने का इंतजार कर रहे हैं, उन्हें जम्मू और श्रीनगर से हवाई मार्ग से घटनास्थल पर पहुंचाया जाएगा। उन्होंने कहा कि खराब मौसम के कारण बचव अभियान प्रभावित हो रहा है और हमारे दल हवाईअड्डों पर तैयार खड़े हैं। गांव तक कोई वाहन नहीं जा सकता, जहां वाहन छोड़ते हैं वहां से पैदल जाने पर गांव तक पहुंचने में तीन घंटे लग सकते हैं।