डॉक्टर बनने का सपना लेकर पैदा हुए आर्यव की संदिग्ध परिस्थितियों में पीजी की तीसरी मंजिल से गिरकर मौत हो गई थी। बता दें कि आर्यव ने नौकरी लगने पर पिता के हाथ में पहली तनख्वाह देने का वादा किया था। उसमें डॉक्टर बनने का इतना जुनून था कि इस साल ग्यारहवीं कक्षा पास करने के बाद से ही नीट की तैयारी शुरू कर दी थी। वह बारहवीं कक्षा की पढ़ाई के साथ नीट की कोचिंग भी ले रहा था। लेकिन माता-पिता का बेटे के डॉक्टर बनने का सपना पलभर में ही टूट गया।
वहीं, परिजन इस मामले को हत्या करार देते हुए जांच की मांग कर रहे हैं। आर्यव के पिता सुनील कुमार के अनुसार उनका बेटा बहुत मेहनती था। कहता था कि 20 या 21 साल की आयु में वह डॉक्टर बनकर कमाने लग जाएगा। डॉक्टर बनकर अपनी हर तनख्वाह पिता के पास देने का वादा करता था।
आपको बता दे की आर्यव का बुधवार को जन्मदिन था। सोमवार को उसने घर आना था। घर में पूजा-पाठ होनी थी। लेकिन सोमवार को आर्यव तो नहीं पहुंचा, लेकिन उसकी मौत की दुख भरी खबर घर पहुंची। आर्यव ने दो दिन पहले पिता को फोन कर पैसे मांगे थे। उसने कहा था कि जन्मदिन के मौके पर दोस्तों को पार्टी देनी है। पिता ने भी दो हजार रुपये भेजे थे। आर्यव की छोटी बहन सातवीं कक्षा में पढ़ती है।