हिमाचल प्रदेश में भांग की खेती को व्यावसायिक दर्जा देने की तैयारी चल रही है। जल्द ही इस संबंध में अंतिम निर्णय Chief Minister Jai Ram Thakur की नेतृत्व वाली BJP government ले सकती है।
Bhang Farming in Himachal Pradesh
Himachal Pradesh government संवेदनशील है:
बता दें कि इस संबंध में Chief Minister Jai Ram Thakur ने अपने Kullu-Malana दौरे के दौरान कहा भी था कि भांग की खेती को लेकर Himachal Pradesh government संवेदनशील है और जल्द ही आने वाले समय में इसको लेकर स्थाई नीति बनाई जाएगी।
हालांकि, अभी तक भांग की व्यावसायिक खेती के लिए कोई क्षेत्र चिन्हित नहीं किया गया है और न ही किसी को एनओसी दी गई है और न ही किसी कंपनी को इसके लिए अधिकृत किया गया है।
Himachal State Government की तरफ से भांग को व्यावसायिक खेती के रूप में मान्यता संबंधी सभी पहलुओं पर व्यापक विचार-विमर्श हो चुका है। अब सरकारी स्तर पर इस खेती के नफे-नुकसान का आकलन किया जा रहा है। साथ ही विधि विभाग भी इसकी कानूनी पेचीदगियों की पड़ताल कर रहा है।
हजारों बीघा क्षेत्र में पैदा होती है भांग:
बता दें कि राज्य में करीब 30 हजार बीघा क्षेत्र में भांग पैदा होती है, जिसे मानसून सीजन के दौरान सरकार को नष्ट करने के लिए कड़ी मशक्कत करनी पड़ती है। भांग से तैयार होने वाली चरस की हिमाचल प्रदेश से बड़े स्तर पर अवैध व्यापार होता रहा है।
नशा मुक्ति के दिशा में सरकार लगातार काम भी कर रही है। प्रदेश पुलिस की चेकिंग अभियान लगातार जारी रहती है। लेकिन इससे न भांग की खेती रुकनी है और ना ही नशे का अवैध कारोबार।