उत्तराखंड के उत्तरकाशी (Uttarkashi Uttarakhand) में श्रद्धालुओं से भरी बस खड्ड में पलट गई. इस हादसे में 7 लोगों की मौत हो गई. 27 लोगों को बचाया. सभी पीड़ितों को अस्पताल में भर्ती कराया गया। बस में 35 लोग सवार थे.
मिली जानकारी के मुताबिक, हादसा उत्तरकाशी शहर के गंगनानी क्षेत्र (Accident Gangnani area of Uttarkashi Uttarakhand) के पास हुआ, जब श्रृद्धालुओं से भरी बस गंगोत्री धाम से लौट रही थी. जानकारी के मुताबिक, गुजरात (Gujarat) से तमाम श्रद्धालु गंगोत्री धाम (Gangotri Dham) के दर्शन के लिए आए थे.
घटना की जानकारी होते ही एसडीआरएफ की टीम घटनास्थल पर पहुंची और रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया. एसडीआरएफ के मुताबिक, बस में 35 यात्री सवार थे, जिनमें से 27 को बचा लिया गया। बाकी लोगों को बचाने का काम जारी है. एक साथ सात लोगों की मौत हो गई.
सरकार ने जारी किये हेल्पलाइन नंबर
सरकार की ओर से हेल्पलाइन नंबर जारी कर दिए गए हैं। इन नंबरों पर फोन कर अपने स्वजनों की जानकारी ले सकते हैं। सरकार ने 01374-222722, 222126, टोल फ्री नंबर, 1077 और मोबाइल नंबर 7500337269 नंबर जारी किए हैं।
दिल्ली में मौजूद मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने शीर्ष अधिकारियों से बातकर दुर्घटना की जानकारी ली और उन्हें राहत एवं बचाव कार्य तेजी से चलाने के निर्देश दिए हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य आपदा प्रतिवादन बल (एसडीआरएफ), राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) तथा मेडिकल दल मौके पर मौजूद हैं। उन्होंने कहा कि आवश्यकता पड़ने पर देहरादून में एक हेलीकॉप्टर को मदद के लिए तैयार रखा गया है।
भूपेंद्र पटेल ने हादसे पर जताया दुख
गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने उत्तराखंड में हुए बस हादसे में राज्य के सात तीर्थयात्रियों की मौत पर दुख जताया और कहा कि प्रशासन लगातार उत्तराखंड प्रशासन के संपर्क में है। अधिकारियों ने यहां कहा कि प्रारंभिक जानकारी के अनुसार, दुर्घटना का शिकार हुई बस में सवार तीर्थयात्री गुजरात के भावनगर के थे।
मुख्यमंत्री पटेल ने ‘एक्स’ (पूर्व में ट्विटर) पर कहा, ‘‘उत्तराखंड में बस के खाई में गिरने से गुजरात के तीर्थयात्रियों की मौत की खबर सुनकर दुखी हूं। मृतकों के परिवारों के प्रति मेरी हार्दिक संवेदना। घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करता हूं।” उन्होंने कहा कि गुजरात सरकार लगातार उत्तराखंड सरकार से संपर्क बनाए हुए है। गुजरात सरकार मृत तीर्थयात्रियों का विवरण प्राप्त करने का प्रयास कर रही है