हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए चल रही नामांकन भरने की प्रक्रिया के तीसरे दिन बुधवार को जिलों में नौ उम्मीदवारों ने नामांकन किया है।
जिला मंडी की सराज विधानसभा क्षेत्र से मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर (57) पुत्र दिवंगत जेठू राम, गांव तांदी, डाकघर व तहसील थुनाग ने भाजपा उम्मीदवार के रूप में नामांकन भरा। मंडी सदर विधानसभा क्षेत्र से मेजर (सेवानिवृत्त) खेम सिंह ठाकुर (51) पुत्र ब्रिकम सिंह गांव खिउरी, डाकघर राजगढ़, तहसील बल्ह ने निर्दलीय उम्मीदवार, बल्ह विधानसभा क्षेत्र से प्रकाश चौधरी (60) पुत्र सोहन लाल, हाउस नंबर 45/2 डडौर, तहसील बल्ह ने कांग्रेस, इंद्र सिंह गांधी (60) पुत्र गांधी राम गांव घट्टा, डाकघर कुम्मी, तहसील बल्ह ने भाजपा उम्मीदवार के रूप में नामांकन पत्र भरा। बिलासपुर जिले में राजेश धर्माणी (50) पुत्र रतन लाल ग्राम जमण, तहसील घुमारवीं ने कांग्रेस, शिमला जिले में विशेषर लाल (53) पुत्र स्व. शुकरू राम, गांव व डाकघर खनेरी, तहसील रामपुर बुशहर ने रामपुर विधानसभा क्षेत्र से निर्दलीय, हमीरपुर जिले में नरेश कुमार दरजी (54) पुत्र ओम प्रकाश, ग्राम सासन डाकघर झनियारी देवी ने हमीरपुर से निर्दलीय उम्मीदवार, जिला कांगड़ा सुलह विधानसभा क्षेत्र से सुमन कुमार (27) पुत्र करतार चंद, गांव पधेड़, डाकघर बल्ला, तहसील पालमपुर ने भारतीय राजनीतिक विकल्प पार्टी के उम्मीदवार और इसी विधानसभा क्षेत्र से चंद्र भान (56) पुत्र भोला नाथ, गांव मंधेड़, डाकघर बोदा, तहसील पालमपुर ने निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में नामांकन दाखिल किया।
पांच साल में एक करोड़ बढ़ी CM जयराम ठाकुर की संपत्ति
2017 के विधानसभा चुनाव के बाद पांच साल में मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर की चल-अचल संपत्ति करीब एक करोड़ रुपये बढ़ी है। उनकी चल संपत्ति में लगभग साठ लाख की वृद्धि हुई है। अचल संपत्ति 44 लाख 50 हजार रुपये बढ़ी है।
बुधवार को नामजदगी का पर्चा दाखिल करने के दौरान मुख्यमंत्री ने चुनाव आयोग को अपनी संपत्ति का ब्योरा दिया। इस ब्योरे में उन्होंने 41,000 की नकदी और धर्मपत्नी के पास 39,500 रुपये का खुलासा किया है। कुल चल संपत्ति 1 करोड़ 79 लाख 48 हजार 614 रुपये है।
पत्नी के पास 1 करोड़ 28 लाख 05 हजार 747 रुपये की चल संपत्ति है। वर्ष 2017 में 1,20,39,466 और 50,71852 रुपये थी। मुख्यमंत्री की अचल संपत्ति की लागत एक करोड़ 79 लाख 50 हजार है, जो 2017 में एक करोड़ 35 लाख थी। जबकि, इस बार उनकी पत्नी के पास 52 लाख 50 हजार की संपत्ति है और पिछली बार यह 35 लाख ही थी। सीएम के पास सेविंग्स के नाम पर 10 पॉलिसी हैं और इस बार उन्होंने एक ही गाड़ी इनोवा भी ली है, जिसकी लागत 13.50 लाख है।
2017 में उनके पास एक स्कॉर्पियो भी थी, जिसे बेच दिया है। स्वर्ण आभूषणों में मुख्यमंत्री के पास तीन लाख 10 हजार रुपये की तीन सोने की चेन हैं। उनकी पत्नी के पास 375 ग्राम सोना है, जिसकी कीमत 17 लाख रुपये है। मुख्यमंत्री सात लाख रुपये की संपत्ति भी खरीदी है।
मुख्यमंत्री के ऊपर 26 लाख 88 हजार 280 का हाउस लोन है। 21 लाख 52 हजार 553 रुपए का आयकर मुख्यमंत्री ने दिया है। मुख्यमंत्री की बेटियों के नाम 44-44 लाख रुपये की संपत्ति है।
सीएम जयराम का राजनीति सफर
सीएम जयराम ठाकुर का जन्म 6 जनवरी, 1965 को सराज में हुआ। मंडी वल्लभ कॉलेज में छात्र राजनीति से सियासत में कदम रखा। 1986 में एबीवीपी की प्रदेश इकाई में संयुक्त सचिव बने। 1989 से 1993 तक एबीवीपी की जम्मू-कश्मीर इकाई में संगठन सचिव रहे। 1993 से 1995 तक भाजयुमो के प्रदेश सचिव और प्रदेश अध्यक्ष रहे। 2000 से 2003 तक जिला मंडी भाजपा के अध्यक्ष रहे। 2004 से 2005 तक भाजपा के प्रदेश उपाध्यक्ष रहे। 2006 में जयराम को हाईकमान ने प्रदेश अध्यक्ष की कमान सौंपी। पार्टी उस दौर में शांता और धूमल खेमे में बंटी थी। कार्यकर्ताओं और नेताओं को एक मंच पर लाकर 2007 के विधानसभा चुनाव में भाजपा को सत्ता दिलाई। 1993 में वे हारे। 1998 के चुनाव में जीत हासिल कर विधानसभा में पहुंचे। खाद्य एवं आपूर्ति निगम के उपाध्यक्ष बने। 2003 के चुनाव में दूसरी बार जीत हासिल की। 2007 में जीत की हैट्रिक लगाई। 2012 और 2017 में उन्होंने चुनाव जीता और सीएम की कुर्सी तक पहुंचे।
पीएम ने दी बधाई, कहा- नामांकन की शुरुआत सराज से होगी: सीएम
मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने बुधवार को सराज विधानसभा क्षेत्र से नामांकन पत्र भरने से पहले जंजैहली के कुथाह मेला मैदान में चुनावी हुंकार भरी।
कहा कि मुझे हिमाचल देखना है, आप जयराम बनकर घर-घर जाकर सराज के मान-सम्मान के लिए वोट मांगें। कहा कि आज से लोकतंत्र के महा पर्व में प्रवेश कर रहे हैं। हर साथी के आशीर्वाद की जरूरत है।