हिमाचल में सियासी आरोपों-प्रत्यारोपों का दौर चरम पर है। इसके तहत सत्तापक्ष और विपक्ष के नेता एक-दूसरे पर लगातार निशाना साध रहे हैं। वीरवार को शिमला में नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने जहां पत्रकार वार्ता कर सरकार की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाए, वहीं मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू ने भी सोशल मीडिया पर अलग-अलग पोस्ट डाल कर पलटवार किया।
जनमत का अपमान करने वालों को न जनता माफ करती है और न ही भगवान मुख्यमंत्री ने अपने फेसबुक पेज पर डाली एक पोस्ट में लिखा कि हिमाचल की संपदा लुटती रही और जयराम ठाकुर चैन की नींद सोते रहे लेकिन जब तक मैं हूं, हिमाचल की संपदा न तो लुटने दूंगा और न ही लुटाने दूंगा।
यह मेरी अखंड प्रतिज्ञा है, साथ ही सीएम ने एक अन्य पोस्ट में नेता प्रतिपक्ष का जिक्र करते हुए कहा है कि जनता-जनार्दन की सेवा से जो आशीर्वाद मिलता है, वह किसी सिलवाए गए कोट की चमक से कहीं अधिक मूल्यवान होता है। याद रखें कि जनमत का अपमान करने वालों को न जनता माफ करती है और न ही भगवान।
सुक्खू ने केंद्र सरकार को भी लिया आड़े हाथ
एक अन्य पोस्ट में मुख्यमंत्री ने केंद्र सरकार को भी आड़े हाथ लिया है। उन्होंने सोशल मीडिया पर डाली पोस्ट में लिखा कि आपदा से प्रभावित लोगों की पीड़ा प्रदेश सरकार ने महसूस की और उनकी आखों के आंसू पोंछे। सरकार ने नियमों में बदलाव कर आपदा प्रभावितों तक मदद पहुंचाई लेकिन दुर्भाग्यवश केंद्र सरकार ने उनकी सहायता के तहत एक फूटी कौड़ी तक नहीं दी।
सरकार ने साहसिक कदम उठाया
मुख्यमंत्री सुक्खू ने एक अन्य पोस्ट में लिखा कि उनकी सरकार ने बेटियों की शादी की न्यूनतम उम्र को 18 से बढ़ाकर 21 वर्ष करने का साहसिक कदम उठाया है। अब बेटियां बेफ्रिक होकर अपने सपनों को पंख दे रही हैं, नई ऊंचाइयां छू रही हैं। सीएम ने सोशल मीडिया में पोस्ट डालने के साथ ही कुछ वीडियो भी अपलोड किए हैं।