अभी प्रयोग के तौर पर कोरोना कफ्र्यू लगाया है यदि इसी तरह केस और बढ़ते रहे तो 10 दिनों के कर्फ्यू के बाद रिव्यू मीटिंग कर पूर्ण लॉकडाऊन लगाने पर भी विचार किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि सरकार की प्राथमिकता लोगों की जान बचाना है। सारे जिलों की ग्राऊंड रिपोर्ट लेकर आए मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने पंजाब केसरी से विशेष बातचीत में कहा कि सरकार ने सारे हालात को देखते हुए यह कदम उठाया है। उन्होंने कहा कि पिछले वायरस और अब के वायरस में काफी अंतर है यह पहले से ज्यादा प्रभावी है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार अभी ज्यादा सख्ती के पक्ष में नहीं है क्योंकि लॉकडाऊन से आम आदमी का जनजीवन काफी प्रभावित होता है। इसलिए लोग भी अपनी जिम्मेदारी समझें। अनवाश्यक बाहर न निकलें। उन्होंने कहा कि हमने संतुलन बनाने की बात की है ताकि जिंदगी भी बचे और किसी गरीब की रोजी-रोटी भी न छीने और उन्हें कोई दिक्कत न हो। मजदूर का काम चलता रहे इसका पूरा ध्यान रखा गया है। उन्होंने कहा कि पिछले वर्ष कोरोना की वजह से प्रदेश में विकासात्मक कार्य काफी प्रभावित हुए थे, लेकिन इस बात का विशेष ध्यान रखा गया है कि प्रदेश में विकास कार्य जारी रहें किसी भी कीमत पर हर मजदूर को काम भी मिले।
मुख्यमंत्री ने कहा कि जैसे ही प्रदेश में कोरोना की स्थिति पर कुछ काबू हो जाए तो हमारी सरकार टूरिज्म सैक्टर पर पूरा ध्यान देगी, उन्हें राहत देने के बारे में भी विचार किया जा रहा है। प्रदेश के हजारों परिवार टूरिज्म क्षेत्र से जुड़े हैं और यह सभी कोरोना काल में प्रभावित हुए हैं। इसके लिए सरकार द्वारा जल्द ही एक योजना बनाकर कार्य किया जाएगा। प्रदेश की आर्थिकी टूरिज्म पर टिकी है इसको देखते हुए सरकार ने टूरिस्ट को प्रदेश में आने से रोका नहीं, लेकिन स्थितियां ऐसी बन गईं कि अन्य राज्यों में कोरोना भयंकर तरीके से फैला और टूरिस्ट स्वयं ही रुक गया, लेकिन उसे फिर से पुन: जीवित किया जाएगा।