हिमाचल प्रदेश में बरसात का मौसम आते ही कई क्षेत्रों में बिजली से जुड़ी समस्याएं पैदा होती रहती हैं. साथ ही, बिजली बोर्ड के कर्मचारियों को इस समय कई कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है, जो कभी-कभी उनके लिए घातक साबित होती है।
ऐसा ही एक मामला प्रदेश की राजधानी शिमला में सामने आया है। जानकारी मिली है कि यहां एक टी मेट की मौत करंट लगने से मौत हो गई जिसके बाद मृतक के भाई ने बिजली विभाग की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाते हुए लापरवाही के आरोप लगाए हैं।
बिजली के खंभे पर चढ़े टी मेट को लगा करंट
मिली सुचना के अनुसार पुलिस थाना ब्रौ के तहत आते धारा सरघा में बीते कल बिजली में तकनीकी खराबी आ गई थी। इस लाइन के दुरुस्तीकरण के लिए बिजली बोर्ड जगातखाना (Electricity Board Jagatkhana) से एक टीम फील्ड में गई, जिसमे जेई, फोरमैन और टी मेट शामिल थे।
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लाइन दुरूस्त करने के लिए झाकड़ी से शटडाऊन लिया था, और दोपहर तक लाइन ठीक भी कर दी गई। मगर इस बीच टी मेट को एक अन्य काम को करने के लिए मौखिक आदेश दिए गए। टी मेट को समेज क्षेत्र में बिजली के एक खम्बे में जियो स्विच लगाने के लिए कहा गया।
करंट लगने से टी मेट का शरीर झुलसा
दोपहर करीब दो बजे जब टी मेट उस खम्बे में जियो स्विच लगा रहा था तो अचानक वह करंट की चपेट में आ गया। जिसके चलते उसकी मौके पर ही मौत हो गई। मृतक टी मेट की पहचान भूपेश कुमार पुत्र गुड्डू राम 24 वर्षीय के रूप में हुई है।
भूपेश मूलतः जिला कुल्लू के तहत आती निरमंड तहसील के बंदथाना गांव का रहने वाला था। बताया जा रहा है कि करंट लगने के बाद भूपेश का एक तरफ शरीर पूरी तरह झुलस गया। हादसे के समय भूपेश की सुरक्षा सम्बंधित जूते व दस्ताने कुछ भी पहना हुआ नहीं था।
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उधर मृतक भूपेश के भाई राकेश कुमार ने बिजली बोर्ड पर लापरवाही के आरोप लगते हुए कहा है कि जब भूपेश आधिकारिक रूप से जियो स्विच लगाने के लिए बाध्य नहीं था, तो उसे ऐसा करने के निर्देश क्यों दिए गए, वो भी बिना कोई सुरक्षा उपलब्ध करवाए। भूपेश को अकेले क्यों भेजा गया, जबकि जियो स्विच लगाने की उसकी जवाबदेही नहीं थी।
पुलिस मामले की कर रही जांच
डीएसपी ने मामले की पुष्टि करते हुए बताया है करंट लगने से हुई मौत को लेकर मृतक के परिजनों की शिकायत के आधार पर बिजली बोर्ड के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 336 व 304 के तहत केस दर्ज किया गया है। पुलिस की निगरानी में शव का पोस्टमार्टम कर परिजनों को सौंप दिया गया है। पुलिस गहनता से मामले की जांच कर रही है।