कांगड़ा जिले में जल शक्ति विभाग के कनिष्ठ अभियंता (JE) राजेश चौधरी दौलतपुर जलाड़ी पेयजल योजना की मरम्मत करते वक्त बनैर नदी (खड्ड) के तेज बहाव में बह गए। अब तक उनका सुराग नहीं लग पाया। वहीं DC मंडी ने जिलाभर के सभी स्कूल कॉलेजों में 25 अगस्त तक छुट्टियां घोषित कर दी हैं।
हिमाचल प्रदेश भर में भारी बारिश के बाद जगह-जगह लैंडस्लाइड होने और जमीन धंसने से 4 नेशनल हाईवे समेत 800 से ज्यादा सड़कें फिर बंद हो गईं। शिमला-चंडीगढ़, मनाली-चंडीगढ़, मंडी-पठानकोट और जालंधर-मंडी फोरलेन 2 दिन से बंद है। प्रदेशभर में सड़कें बंद होने से 1250 से ज्यादा रूटों की बस सेवाएं ठप हैं।
मुख्यमंत्री सुखविंदर सुक्खू ने आज के ऑरेंज अलर्ट को देखते हुए जनता से सावधानी बरतने, लैंडस्लाइड संभावित और उफनते हुए नदी नालों के पास नहीं जाने की एडवाइजरी दी है।
शिमला के जुन्गा में 5 साल के मासूम बच्चे की लेंटर गिरने से मौत हो गई। शिमला के ही बल्देयां में छत्तीसगढ़ के दंपती की जान चली गई। मंडी में नाना-दोहती, ताई-भतीजी समेत 8 की जान मौत हुई। मंडी के कुकुलाह में स्कूल भवन और खोलनाला में 45 बकरियां और 25 लोगों के पालतू पशु बाढ़ में बह गए।
हिमाचल में भारी बारिश, बाढ़, लैंडस्लाइड से अब तक 2249 घर ध्वस्त
हिमाचल में भारी बारिश, बाढ़, लैंडस्लाइड और जमीन धंसने से अब तक 2249 घर ध्वस्त हो चुके हैं, जबकि 9860 घरों को नुकसान पहुंचा है। कई परिवार बेघर हुए हैं, जबकि कई परिवार जान जोखिम में डालकर आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त घरों में रह रहे हैं।
प्रदेश में अब तक की बारिश से 8291 करोड़ की सरकारी और निजी संपत्ति तबाह हो चुकी है। अकेले PWD को 2750.19 करोड़ रुपए की संपत्ति की चपत लगी है। जल शक्ति विभाग को 1868.52 करोड़, बिजली बोर्ड को 1709.35 करोड़ रुपए की चपत लग चुकी है।
प्रदेश सरकार ने ब्यास और सहायक नदियों में क्रशर संचालन पर लगाई रोक
मुख्यमंत्री सुक्खू ने कहा कि सरकार ने ब्यास नदी के तट और उसकी सहायक नदियों में स्टोन क्रशर तुरंत प्रभाव से बंद करने का निर्णय लिया है। भारी बारिश से बने हालातों को देखते हुए कांगड़ा में चक्की नदी के अलावा कुल्लू, मंडी, कांगड़ा, हमीरपुर जिलों में ब्यास और इसकी सहायक नदियों के उफान पर होने के कारण यह फैसला लिया है। अगले आदेश तक बारहमासी और गैर-बारहमासी दोनों नालों के सभी स्टोन क्रशर के संचालन को बंद किया गया है।
प्रदेश सरकार ने फंसे लोगों को निःशुल्क भोजन सुविधा उपलब्ध करायी
मुख्यमंत्री सुक्खू ने कहा कि कुल्लू और मंडी जिले में भारी बारिश और भू-स्खलन से सड़कें अवरुद्ध होने के कारण विभिन्न स्थानों पर फंसे हुए लोगों को प्रदेश सरकार निःशुल्क भोजन सुविधा प्रदान कर रही हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि मंडी-कुल्लू NH पंडोह के पास भारी भू-स्खलन के कारण क्षतिग्रस्त हुआ है और इस पर यातायात बहाल करने में काफी समय लगेगा।
जिला प्रशासन मंडी द्वारा फंसे हुए लोगों को आश्रय, भोजन और अन्य आवश्यक वस्तुएं उपलब्ध करवाने के लिए पंडोह और औट में दो राहत शिविर स्थापित किए हैं। उन्होंने कहा कि बुधवार को इन राहत शिविरों में 800 से अधिक लोगों को भोजन के पैकेट वितरित किए गए। इसके अतिरिक्त 150 व्यक्तियों को कुल्लू जिले के बजौरा राहत शिविर में पका भोजन उपलब्ध करवाया गया।