भारी बारिश के बाद दिल्ली में बाढ़ आ गई है. ऐसे में एचआरटीसी ने केवल सिंधु सीमा तक बसें चलाने का निर्णय लिया है। कश्मीरी गेट तक पानी भरने के बाद दिल्ली में कश्मीरी गेट जाने वाले सभी बस रूट रद्द कर दिए गए।
ऐसे में दिल्ली से चंडीगढ़ (Delhi to Chandigarh) जाने वाली बसों को सिंधू बॉडर तक ही चलाया जाएगा। इस संबध में निगम प्रबंधन ने सभी चालक-परिचालकों को दिशा निर्देश जारी कर दिए हैं। वहीं सिंधू बार्डर से आगे दिल्ली में अन्य स्थानों तक जाने के लिए दिल्ली प्रशासन की ओर से बसों को क्लब कर चलाया जा रहा है, ताकि हिमाचल व चंडीगढ़ से जाने वाले यात्री दिल्ली में अपने गंतव्य स्थानों तक पहुंच सकें।
जिन यात्रियों ने दिल्ली की एंडवास बुकिंग करवाई है, उन्हें निगम द्वारा किराया भी वापस किया जाएगा।
वहीं बाढ़ पीडि़तों व विभिन्न जगहों पर फंसे यात्रियों व लोगों को गंतव्य स्थानों के लिए एचआरटीसी ने स्पेशल बसें चलाई हैं। उन बसों में यात्रियों से साधारण किराया लिया जाएगा। इससे पहले निगम स्पेशल बसों में 20 प्रतिशत अधिक किराया लेते थे, लेकिन सरकार के निर्देशों के अनुसार निगम प्रबंधन ने विभिन्न जगह में फंसे यात्रियों के राहत प्रदान की है।
रोहन चंद ठाकुर, एमडी एचआरटीसी ने बताया कि एचआरटीसी की बसें सिंधू बार्डर तक ही जाएंगी। दिल्ली में पैदा हुई बाढ़ जैसी स्थिति के मद्देनजर यह फैसला लिया गया है।
ज्यादा किराया एचआरटीसी कंडक्टर की गलती नहीं
सोशल मीडिया में ज्यादा किराया लेने के मामले पर एचआरटीसी के प्रबंध निदेशक रोहन चंद ठाकुर ने एचआरटीसी कंडक्टर का बचाव किया है। उन्होंने कहा कि 2016 में एचआरटीसी की बीओडी की बैठक में फैसला लिया गया था कि एचआरटीसी स्पेशल बसों में 20 प्रतिशत ज्यादा किराया वसूल करेगा। इसी फैसले के तहत मंडी से चंडीगढ़ के तक यात्रियों को निकालने के लिए लगाई गई स्पेशल बस में यह 20 प्रतिशत अधिक किराया लिया गया है।
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हालांकि अब सरकार ने आपदा के चलते इसमें छूट दे दी है। जिन लोगों ने सोशल मीडिया पर इस मसले को उछाला, वह पंजाब रोडवेज के कर्मचारी थे। फ्री में बस यात्रा करना चाहते थे, लेकिन कंडक्टर ने उनसे नियमों के तहत ही किराया लिया।