हिमाचल प्रदेश सरकार ने बुधवार को विधानसभा में बताया कि कोविड महामारी के दौरान घाटे में चल रहे 100 बस मार्गों को बंद कर दिया गया है क्योंकि हिमाचल पथ परिवहन निगम (एचआरटीसी) के लिए उन्हें संचालित करना ठीक नहीं है।
विनोद सुल्तानपुरी (कसौली) (Vinod Sultanpuri (Kasauli)) द्वारा उठाए गए एक प्रश्न का उत्तर देते हुए उपमुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री (Deputy Chief Minister Mukesh Agnihotri) ने सदन को सूचित किया कि केवल मनाली मणिकरण एचआरटीसी मार्ग (Manali Manikaran HRTC route) को कोविड महामारी के दौरान बंद कर दिया गया था, जिसे एचआरटीसी द्वारा बहाल कर दिया गया है। उन्होंने कहा कि कसौली (Kasauli) में जल्द ही 10 पुरानी बसें बदली जाएंगी, लेकिन घाटे वाले रूटों पर नहीं चलाई जा सकती हैं।
यह भी पढ़े : ब्रेहेल गांब (सरकाघाट) के डॉ अनमोल बने इंग्लिश के असिस्टेंट प्रोफेसर, ये है उनकी दूसरी बड़ी सफलता
बड़ी जानकारी यह भी आपको बता दे की एचआरटीसी 1300 करोड़ रुपए के बुक वैल्यू लॉस पर चल रहा है और कर्मचारियों की देनदारियों में 400 से 500 करोड़ रुपए बकाया है। मंत्री ने कहा कि राज्य सरकार की ओर से एचआरटीसी कर्मचारियों (HRTC employees) की पेंशन देनदारियों (Pension liabilities) को पूरा करने के लिए 70 करोड़ रुपए जारी किए गए हैं।
यह भी पढ़े : हिमाचल में बड़ा हादसा; नदी में जा गिरा डंपर, 3 की मौके पर मौत
युवाओं के लिए बड़ी खबर यह है युवाओं को स्वरोजगार के अवसर प्रदान करने के लिए सरकार द्वारा जल्द ही 500 नए ग्रामीण मार्गों को विज्ञापित किया जाएगा। उन्होंने कहा कि एचआरटीसी को सरकारी बसों के बिना नहीं चलाया जा सकता है, लेकिन घाटे में चल रहे कुछ मार्गों को कुछ हद तक बहाल करने के लिए निजी सदस्यों को समायोजित किया जाएगा।