उन्होंने बीते रोज की एक घटना पर चुटकी लेते हुए कहा कि जिस सरकारी घर में वे रहते हैं उसके साथ ही सता पक्ष के विधायक का भी घर है। वे मेरे घर शाम को चाय पीने आ गए।
उधर, ये चर्चा चल पड़ी कि जयराम ठाकुर कुछ करने वाले हैं। यहीं नहीं, मुख्यमंत्री ने मेरे घर के आसपास खूफिया तंत्र की फौज बिठा रखी है, जो 24 घंटे मेरी हर गतिविधि पर नजर जमाए है।
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री को मुझसे डरने की जरूरत नहीं। वह अपने विधायकों पर नजर रखें। जो घटनाक्रम उनके भीतर घट रहा है उससे भाजपा को कुछ लेना-देना नहीं है।
उन्हीं के विधायक उन्हें कमजोर करने में लगे हुए हैं। जब कुछ होगा तो उन्हीं की ओर से होगा। ये बेहतर होगा कि वह अपनी ही पार्टी के विधायकों को संभाल कर रखें। अभी भी कुछ नाराज विधायक भाजपा से संपर्क बनाए हुए हैं।