Friday, October 18, 2024
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अति दर्दनाक : 30 साल के वकील शिवम की खीरगंगा ट्रैक में मौत

हिमाचल प्रदेश में ट्रैकिंग (Trekking in Himachal Pradesh) के दौरान लोगों की मौत हो जाती है. ताजा मामले में दिल्ली (Delhi) के एक 30 साल के वकील की मौत हो गई. कुल्लू जिले के खीरगंगा में ट्रैकिंग (Trekking in Kheerganga of Kullu district) के दौरान एक युवक फिसलकर पार्वती नदी में गिर गया। अब किशोर का शव मिल गया है.

जानकारी के मुताबिक, दिल्ली से सटे नोएडा के विवेक विहार (Vivek Vihar area of Noida, Delhi NCR) इलाके के रहने वाले शिवम रॉय (Shivam Roy) सप्ताहांत में हिमाचल के कुल्लू (Kullu in Himachal) गए थे। इस दौरान वह खीरगंगा होते हुए मान तलाई झील तक पहुंचे. यहां से बरसैनी लौटते समय पुतलाघाट के पास शिवम का पैर फिसल गया और वह नदी में गिर गया। यहीं पर पुलिस और प्रशासन को उसके लापता होने का पता चला. बचाव दल ने खोजबीन की और तीन दिन बाद मंगलवार को शव मिला। हालांकि, बचाव दल अभी तक शव को लेकर मणिकर्ण नहीं पहुंचा है, जिसके बुधवार को यहां पहुंचने की उम्मीद है।

पार्वती वैली में कई रेस्क्यू चला चुका छापे राम इस ऑपरेशन को मॉनिटर कर रहे हैं. वहीं, कुल्लू प्रशासन शव का पोस्टमार्टम करवाने के बाद परिजनों को सौंपेगा. शिवम का परिवार मामले की सूचना मिलने के बाद रविवार को पार्वती वैली पहुंचा था.

Kullu SP Sakshi Verma ने घटना की पुष्टि की है. उन्होंने बताया कि मणिकर्ण घाटी के मान तलाई ट्रैक पर दिल्ली का युवक शिवम रॉय के खाई गिरने के बाद लापता हो गया था. 4 नवंबर को खीर गंगा से मानतलाई के बीच पटराघाट के पास अचानक पैर फिसलने से शिवम पार्वती नदी में गिर गया था. नेगिज सर्च एंड रेस्क्यू टीम और पुलिस ने शिवम रॉय के शव को खोज लिया है और शव को बुधवार शाम तक मणिकर्ण लाया जा रहा है.

खीरगंगा और मानतलाई झील ट्रैक खतरनाक है, गिरे तो सीधे मौत के मुंह में जाएंगे

खीरगंगा और मानतलाई झील ट्रैक (Kheerganga and Mantalai Lake track) काफी जोखिम भरा है. यहां पर 7 किमी की पैदल ट्रैकिंग के बाद खीरगंगा पहुंचते हैं. उसके बाद मान तलाई के लिए खीरगंगा से ट्रैकिंग शुरू होती है. बरसैणी से पैदल यात्रा शुरू होती है. एक रास्ता तोष गांव और दूसरा, खीरगंगा के लिए जाता है. बरसैणी में यहां पर नदी पर बांध भी बनाया गया है. खीरगंगा तक रास्ते के साथ नदी बहती है. यहां पर नदी काफी संकरी होने के चलते पानी का बहाव काफी तेज रहता है. ट्रैकिंग के दौरान यदि कोई अनहोनी हो जाए तो सीधे नदी में गिरते हैं. ट्रैक के दौरान नदी में उतने के लिए काफी कम रास्ते हैं. फिलहाल, शिवम का शव घटनास्थल से दो किमी दूर मिला है.

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