हिमाचल के मंडी सांसद कंगना रनौत (Mandi MP Kangana Ranaut) ने कहा कि संसदीय क्षेत्र में कार्यों के लिए लिखित में दें और आधार कार्ड की कापी भी साथ लगाएं। कार्य सबकी भलाई वाला यानी सामुदायिक हो तो और अच्छा होगा।
मंडी में सांसद जनसंवाद केंद्र के शुभारंभ पर कंगना रनौत ने कहा कि अकसर पर्यटक भी आम लोगों के साथ समस्या या काम का बहाना बनाकर मिलने आ जाते हैं। ऐसे में अगर आधार कार्ड लिखित समस्या या कार्य के प्रार्थना पत्र के साथ लगा हो तो इससे पहचान हो सकेगी।
उन्होंने सरकाघाट, मंडी व मनाली (Offices in Sarkaghat, Mandi and Manali) में कार्यालय खोला है। जब भी वह यहां होंगी मंडी संसदीय क्षेत्र के लोग उनसे मिल सकते हैं। मंडी के कार्यालय का जिम्मा आशीष के पास होगा। इन्हें अपनी समस्या या कार्य लिखित में दे सकते हैं।
कंगना बोलीं- बताएं सभी समस्याएं
कंगना ने कहा कि लोग तबादले, रास्ते का निर्माण आदि एकल काम व समस्याएं लेकर आते हैं। ऐसे में उनके निपटाने में समय लग जाता है। सामुदायिक स्तर पर कार्य व समस्याएं लेकर आएं ताकि सबको लाभ मिल सके। अगर किसी के पास घर नहीं है, आयुष्मान योजना का लाभ, केंद्र की अन्य योजनाओं का लाभ जो मामले केंद्र में उठाए जा सकें ऐसे समस्याएं भी रखें।
हिमाचल सरकार के कारण रुका है मंडी स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट: कंगना
सांसद कंगना ने कहा कि मंडी को स्मार्ट सिटी बनाना उनका लक्ष्य है। प्रदेश सरकार के कारण यह प्रोजेक्ट रुका है, इसके लिए कार्य करेंगी। मंडी सदर की जनता ने उनका सबसे अधिक साथ दिया है। उनका कहना है कि आगामी संसद सत्र होगा तो वह वहां रहेंगी, लेकिन जब भी यहां आएंगी तो लोगों से मिलेंगी।
भुभु जोत, जलोड़ी जोत, राष्ट्रीय राजमार्ग, हवाई उड़ान और बड़े प्रोजेक्ट लाना उनकी प्राथमिकता है ताकि सब लोगों को इनका लाभ मिल सके। इस दौरान कंगना ने अपने कार्यालय का संपर्क नंबर भी जारी किया।
अब जनता की सेवा के लिए आई हूं: मंडी सांसद कंगना रनौत
कंगना रनौत ने कहा, “फिल्म बनाना मेरा प्राथमिक कार्य रहा है, लेकिन अब मैं जनता की सेवा के लिए आई हूं। मेरी तरफ से लोगों को किसी तरह की शिकायत नहीं होगी।” कंगना ने छह सितंबर को रिलीज हो रही उनकी फिल्म इमरजेंसी देखने का आग्रह किया।
कंगना ने प्रधानमंत्री मोदी को दी बधाई
कंगना रनौत ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को रूस के सर्वोच्च नागरिकता पुरस्कार सम्मानित किए जाने पर उन्हें बधाई दी है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री का गौरव भारत-रूस के संबंधों को प्रगाढ़ करने के साथ-साथ वैश्विक सौहार्द को भी सुदृढ़ करेगा।