पंजाब से मणिमहेश यात्रा पर आए श्रद्धालु की गौरीकुंड (Gauri Kund) में तबीयत बिगडऩे से मौत हो गई है। मृतक की पहचान जरनैल सिंह पुत्र स्व. मस्त राम निवासी वलसूहा डाकघर जाखोवाड़ी जिला पठानकोट पंजाब (Pathankot Punjab) के रूप में हुई है। पुलिस ने पोस्टमार्टम करवा कर शव परिजनों को सौंप दिया है। पुलिस ने घटना की इत्तला रपट रोजनामचे में डालकर विस्तृत कारणों की जांच आरंभ कर दी है।
जानकारी के अनुसार जरनैल सिंह अपने भतीजे हिम्मत चौधरी के साथ मणिमहेश (Manimahesh) के पवित्र डल में डुबकी लगाने के लिए हड़सर से रविवार सुबह निकला था। देर शाम गौरीकुंड पहुंचे और रात को टेंट में रुकने का निर्णय लिया। रात समय करीब 11 बजे अचानक जरनैल सिंह की तबीयत बिगड़ गई। इस पर भतीजे ने तुरंत गौरीकुंड स्थित मेडिकल कैंप में संपर्क किया, जहां तैनात चिकित्सक ने जरनैल सिंह को मृत घोषित कर दिया। सोमवार सुबह रेस्क्यू टीम ने शव को गौरीकुंड से भरमौर अस्पताल पहुंचाया। एसपी चंबा अभिषेक यादव ने बताया कि पुलिस ने कार्रवाई अमल में लाते हुए पोस्टमार्टम करवाकर शव परिजनों को सौंप दिया है।
दिल्ली के एक श्रद्धालु की मौत
वहीं किन्नर कैलाश यात्रा पर गए दिल्ली के एक श्रद्धालु की मौत हो गई, जबकि अभी भी 21 भक्तों के फंसे होने की सूचना है । मृतक की पहचान चंद्र (24 वर्ष) निवासी दिल्ली के रूप में हुई है। शव व फंसे हुए श्रद्धालुओं को लाने के लिए प्रशासन द्वारा होमगार्ड, पुलिस व एनडीआरएफ जवानों की टीम को भेजा है। जानकारी के अनुसार रविवार को एक भेड़ पालक ने जिला प्रशासन को सूचना दी कि किन्नर कैलाश रास्ते में पार्वती कुंड नामक स्थान पर एक युवक मृत अवस्था में पड़ा हुआ है।
प्रशासन द्वारा रविवार शाम को ही होमगार्ड के 8 , पुलिस के 5 व एनडीआरएफ के 22 जवानों की रेस्क्यू टीम के साथ मेडिकल टीम को पार्वती कुंड भेज दिया है तथा रेस्क्यू टीम के सोमवार शाम तक रिकांगपिओ के पहुंचने की संभावना है। उपायुक्त किन्नौर तोरुल एस रवीश (Deputy Commissioner Kinnaur Torul S Ravish) ने बताया कि बिना अनुमति के किन्नर कैलाश यात्रा पर गए 22 लोगों के समूह में एक को सांस की दिक्कत होने के कारण युवक की मौत हो गई है। उक्त लोग यात्रा प्रतिबंधित होने के बावजूद भी जिन ट्रैकरों के मदद से यात्रा पर गए है उनके बारे में पूरी छानबीन करके सख्त कार्रवाई अमल में लाए जाएगी।