हिमाचल में मानसून का कहर 71 लोगों की गई जान
हिमाचल में मानसून लोगों की जान ले रहा है। मानसून सीजन शुरू हुए अभी 15 दिन का ही समय बीता है और हिमाचल प्रदेश में 71 लोग अब तक मानसून के कारण हुई दुर्घटनाओं में अपनी जान गंवा चुके हैं। सबसे ज्यादा मौतें सड़क हादसों और ऊंचाई से गिरने के कारण हुई हैं। मंगलवार को भी प्रदेश में 4 लोगों की मौत हुई है। इनमें 2 मौतें कुल्लू जिला में और 1-1 मौत चम्बा और सोलन जिला में हुई है। ये सभी मौतें सड़क हादसों में हुई हैं।
हिमाचल आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (Himachal Disaster Management Authority) की ओर से जारी रिपोर्ट के अनुसार प्रदेश में 14 सड़कें बंद हैं। इनमें 8 सड़कें मंडी, एक सड़क लाहौल-स्पीति (road in Lahaul-Spiti), 4 सड़कें कुल्लू और एक सड़क चम्बा जिला (Chamba district) में बंद है, वहीं प्रदेश में 10 बिजली के ट्रांसफार्मर भी बंद हैं। इनमें से 5 ट्रांसफार्मर कुल्लू, 4 मंडी और एक ट्रांसफार्मर चम्बा जिला transformer in Chamba district में है। हिमाचल प्रदेश में 20 पेयजल योजनाएं की स्कीमें भी बंद हैं। इनमें 17 स्कीमें चम्बा और 3 स्कीमें सिरमौर जिला (Sirmaur district) में बंद हैं।
हिमाचल पीडब्ल्यूडी विभाग को 25 करोड़ रुपए का नुक्सान (Himachal PWD department suffered a loss of Rs 25 crore)
15 दिनों के अंदर प्रदेश को मानसून के कारण 131 करोड़ रुपए का नुक्सान हो चुका है। 131 करोड़ में से 125 करोड़ रुपए का नुक्सान अकेले पीडब्ल्यूडी विभाग का हुआ है। मंगलवार को राजधानी शिमला सहित प्रदेश के ज्यादातर क्षेत्रों में मौसम खराब रहा, लेकिन बारिश दर्ज नहीं की गई है, वहीं प्रदेश के कुछ स्थानों पर हल्की बूंदाबांदी दर्ज की गई है। गोहर मंडी (Gohar Mandi) में 73.0, सुंदरनगर (Sundernagar) 40.4, शिमला (Shimla) 36.5 और मंडी (Mandi) में 25.6 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई।
हिमाचल में 14 जुलाई तक यैलो अलर्ट (Yellow alert in Himachal till July 14.)
हिमाचल प्रदेश में 3 दिन भारी बारिश का अलर्ट जारी किया गया है। मौसम विज्ञान केंद्र शिमला (Meteorological Center Shimla) की ओर से 14 जुलाई तक प्रदेश के कई भागों में भारी बारिश का यैलो अलर्ट जारी किया गया है। पूरे हिमाचल प्रदेश में 18 जुलाई तक मौसम खराब बना रहने का पूर्वानुमान है।