हिमाचल प्रदेश में करोना एक बार फिर से पावं पसार रहा है जिसमें बात करें की हिमाचल प्रदेश में शनिवार को 77 नए कोरोना पॉजिटिव मरीज आए हैं। राज्य भर में कोरोना की जांच के लिए 1234 लोगों के सैंपल लिए गए थे। प्रदेश में कुल कोरोना सक्रिय मामले 410 हैं। राज्य के स्वास्थ्य विभाग के आंकड़ों के अनुसार शनिवार को 21 कोविड-19 संक्रमित मरीज ठीक हुए हैं। एक संक्रमित को अस्पताल में भर्ती किया गया। वहीं, जिला शिमला में कोरोना के मामले लगातार बढ़ रहे हैं।
यह भी आप जान ले की कोरोना के 470 सैंपलों की जांच में शनिवार को 23 नए मामले आए हैं। जिले में नए मामलों के सामने आने के बाद अब सक्रिय केसों की संख्या 92 हो गई है। अब तक 40,130 मामले आ चुके हैं। इनमें 39,305 मरीज बीमारी से ठीक हो चुके हैं जबकि 729 मरीजों ने इस बीमारी से अपनी जान गंवाई है।
यह भी पढ़े : हिमाचल में दर्दनाक हादसा, मलबे में दबकर मजदूर की मौत
आपको यह भी बता दे की इंदिरा गांधी मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल (आईजीएमसी) में उपचार करवाने आने वाले मरीजों और उनके तीमारदारों को मास्क पहनना अनिवार्य कर दिया है। इसके बिना अस्पताल में प्रवेश नहीं दिया जाएगा। सामान्य जुकाम के लक्षण होने पर मरीजों के आरटीपीसीआर टेस्ट किए जाएंगे। आईजीएमसी के वरिष्ठ चिकित्सा अधीक्षक डॉ. राहुल राव ने इस की पुष्टि की है। जिला शिमला में कोरोना के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं।
यह भी पढ़े : पढ़ी-लिखी युवतियां कपड़े चुराते सरेआम पकड़ी ; कैमरे में कैद हुई चोरी, देखिए आप भी…
आईजीएमसी में भी कोरोना के मरीज दाखिल हैं। ऐसे में शनिवार को अस्पताल प्रबंधन ने सरकार के निर्देशों पर गाइडलाइन जारी की है। इसमें स्पष्ट किया है कि जो भी मरीज और उनके तीमारदार अस्पताल आएंगे उसे मास्क पहनना अनिवार्य होगा। इसके अलावा सोशल डिस्टेंसिंग रखनी होगी और हाथों को सेनेटाइज करना जरूरी रहेगा। ऐसे लोगों को कोरोना वैक्सीन लगवाने के निर्देश दिए हैं जिन्होंने अभी तक एहतियात डोज नहीं लगाई है।
यह भी पढ़े : हिमाचल में एक फुटब्रिज, जिसे देख हंसी छूट जाएगी: 45 लाख में बना, लोग इस्तेमाल ही नहीं कर सकते
Six patients are admitted in IGMC
अंत में आपको यह भी बता दे की IGMC में मौजूदा समय में कोरोना के छह मरीज दाखिल हैं। सभी मरीजों को 23 बिस्तरों वाले मेक शिफ्ट अस्पताल में दाखिल किया है। डॉक्टरों का दावा है कि सभी मरीजों की हालत स्थिर है। अब वार्डों में कोरोना के मरीज पॉजिटिव आने लग गए हैं तो और एहतियात बरतने की जरूरत है। मौजूदा समय में केवल एक मरीज के साथ एक तीमारदार को ही वार्डों के भीतर भेजने के निर्देश प्रबंधन की ओर से जारी हुए हैं।