Thursday, November 21, 2024
HomeChamba News7 साल तक सरकारी कागजों में जिंदा रहेंगे आपदा में लापता लोग,...

7 साल तक सरकारी कागजों में जिंदा रहेंगे आपदा में लापता लोग, जून-जुलाई में 29 तो अगस्त में 8 लोग लापता

हिमाचल प्रदेश में मानसून सीजन के दौरान विभिन्न हादसों में प्रदेश भर के 37 लोग लापता हैं. इनमें से कई लोग बाढ़ में बह गए हैं और कहीं मलबे में दब गए हैं. कई लोग सड़क हादसों का शिकार हो चुके हैं. इन लोगों के जिंदा पाए जाने की संभावना अब न के बराबर है, लेकिन सरकारी कागजों में ये लोग सात साल तक जिंदा रहेंगे, यानी सात साल की अवधि के बाद ही इन्हें मृत घोषित कर दिया जाएगा. ऐसे में दुर्घटना में मौत पर परिजनों को चार लाख रुपये का मुआवजा भी सात साल बाद दिया जायेगा. राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (State Disaster Management Authority) मिली जानकारी के मुताबिक, मानसून सीजन के दौरान लापता हुए कुल 37 लोगों में से 20 लोग बाढ़ में बह गये हैं.

मंडी जिले से 8 लापता

मंडी जिले से आठ लोग लापता हैं. 25 जून को कटौला तहसील के चहल गांव का मणि डूब गया था। इसका शव अभी तक नहीं मिल सका है. इसके अलावा 14 अगस्त को हुई भूस्खलन की घटनाओं में सात लोग लापता हैं। इनमें मसवेड़ा गांव से मीना देवी, दुर्गापुर से कृतिका, संबल पंडोह से मोनिका, रविता और सानिया लापता हैं। बैंसा गांव से बिक्की, हेलन गांव से ममता लापता हैं.

कुल्लू से भागे 19 लोगों का भी कोई पता नहीं

कुल्लू जिले में भारी बारिश के कारण आई बाढ़ से 19 लोग लापता हैं. उनका अभी तक कोई पता नहीं चल सका है. इसमें जांस्कर के स्टैनजिन, भामीपुरा गांव के रमनदीप, धनास के विशाल, कानपुर के अमित जाधव, अध्योध्या की नजमा, बहार अली, इश्तेहार और हामेरा और करीना बाढ़ में बह गए। अमेठी के इजाज और कुल्लू बारिश और मानसूनी बाढ़ में बह गए हैं। पटियाला के जगसीर सिंह, राजस्थान के संदीप संगेला, अक्षय कुमावत और नीतीश पंडित बाढ़ में बह गए। कुल्लू के गौर गांव से चमनलाल, देवधार गांव से देवीराम और कोलीबेहड़ से रावतूराम लापता हैं.

शिमला जिले के ननखड़ी से 4 लोग लापता

शिमला जिले के ननखड़ी में 11 जुलाई को हुए सड़क हादसे में चार लोग अभी भी लापता हैं. यह सड़क हादसा बारिश के बीच खनन गांव ननखड़ी में हुआ. इनमें मेहर सिंह पुत्र ईश्वर दास, शीतल पत्नी मेहर सिंह, राजीव पुत्र लायक राम और सुंदला पत्नी लायक राम अभी भी लापता हैं। अभी तक इन लोगों का कोई सुराग नहीं मिल पाया है. इसके अलावा, चंबा जिले के सुशील कुमार 9 जुलाई को बाढ़ में बह गए थे। अभिषेक कुमार सड़क दुर्घटनाओं में लापता थे और हरबंस सिंह बाढ़ में बह गए थे। किन्नौर जिले से दो लोग लापता हैं. इनमें सड़क हादसे में लापता कलवाड़ा गांव का मोहित और मूरंग गांव का जयवर्धन डूब गए थे। हरियाणा का परगट सिंह लाहुल में लापता हो गया।

RELATED ARTICLES

Most Popular