महंगाई की मार से जूझ रही आम जनता को जल्द ही खुशखबरी मिल सकती हैं। केंद्र सरकार Petrol-Diesel के दाम में एक बार फिर से कमी कर सकती हैं। पिछले 2 दिन में अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतों में 20 प्रतिशत की कमी आई हैं और कच्चा तेल सस्ता होने से तेल कंपनियों की लागत कम हो गई है।
सरकार इसका फायदा आम जनता को पहुंचाने के लिए पैट्रोलियम उत्पादों की कीमतों में कमी कर सकती है। इस महीनें 6 नवंबर को अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमत 85 डाॅलर प्रति बैरल को पार कर गई थी। लेकिन शुक्रवार को बाजार में आई भारी गिरावट के बाद कच्चे तेल की कीमतें 68 डाॅलर प्रति बैरल तक पहुंच गई हैं और इनमें 20 प्रतिशत की गिरावट आ चुकी हैं।
कच्चे तेल की कीमतों में गिरावट का सबसे बड़ा कारण दक्षिण अप्रीका में मिला कोरोना का नया वेरिएंट हैं। इस वेरिएंट की खबर आने के बाद कई देशों ने अंतरराष्ट्रीय उड़ानें रोक दी हैं जिससे कच्चे तेल की खपत पर असर पड़ेगा। लिहाजा कीमतों में गिरावट देखी जा रही हैं। इससे पहले कच्चे तेल की कीमतों पर काबू पाने के लिए भारत-अमेरिका और चीन सहित कुछ देशों ने अपने रिजर्व ऑयल भंडार से तेल रिलीज करने का फैसला किया था, इससे भी कच्चे तेल की कीमतों में दबाव आया है।
Modi government ने इसी महीनें 4 नवंबर को पैट्रोल पर 5 रुपए और डीजल पर 10 प्रति लीटर एक्साईज़ की कटौती की थी। जिससे पैट्रील और डीज़ल की बढ़ती कीमतों पर लगाम लगी थी अब महंगाई पर काबू पाने के लिए सरकार एक बार फिर से पैट्रोल-डीज़ल की कीमतों में कमी कर सकती हैं।