मौसम विज्ञान केंद्र शिमला के निदेशक सुरेंद्र पाल का कहना है कि प्रदेश के नौ जिलों में भारी बारिश का यलो अलर्ट है। हिमाचल में आने वाले 36 घंटे खतरा साबित हो सकता है। वही बिलासपुर, हमीरपुर, मंडी, सोलन और सिरमौर में ज्यादा बारिश की आशंका है। आगामी 72 घंटों में प्रदेश में भारी बारिश की आशंका है। ऐसे में इन जिलों में बुधवार दोपहर तक रेड अलर्ट जारी रहेगा। मौसम विभाग ने अनुमान जताया है कि प्रदेश के नौ जिलों में बुधवार और गुरुवार भारी बारिश होगी।
हिमाचल में भारी बारिश से अब तक 348 मौतें
प्रदेश में अब तक 348 लोगों की जान जा चुकी है। 331 लोग घायल हुए हैं। राज्य में 2216 घर ढह गए जबकि 9819 घरों को थोड़ा नुकसान हुआ है। इसके अलावा 300 दुकानों व 4702 गोशालाओं को नुकसान हुआ है। इस दौरान राज्य में भू-स्खलन की 130 और अचानक बाढ़ की 60 घटनाएं सामने आई हैं। राज्य में नुकसान का आंकड़ा 8099.46 करोड़ रुपए से अधिक पहुंच गया है।
भट्ठाकुफर में रिहायशी कालोनी में मलबा घुस गया है
भारी बारिश से भट्टाकुफर में भू-स्खलन हो गया। मंगलवार को बारिश के कारण शिमला में फिर से भू-स्खलन की घटनाएं देखने को मिली है। शहर के पंथाघाटी में पेड़ गिरने से सडक़ बंद हो गई है। इसके अलावा तारादेवी के पास भी पेड़ गिरने से कालका-शिमला-रामपुर हाई-वे बंद हो गया।
पहाड़ी से पेड़ों समेत मलबा रिहायशी कालोनी में घुस गया । इससे जयमोती भवन की सडक़ बंद हो गई है। दो भवनों में मलबा घुसने से भारी नुकसान हुआ है। स्थानीय पार्षद नरेंद्र ठाकुर के अनुसार वन विभाग को दस दिन पहले पेड़ काटने के लिए आवेदन किया गया था, लेकिन विभाग ने मंजूरी नहीं दी।