Saturday, December 21, 2024
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हिमाचल स्कूलों में बरसात छुट्टियों में बदलाव : शिक्षा मंत्री ने बुलाई बैठक

हिमाचल प्रदेश राज्य में इस बार सरकारी स्कूलों में बारिश के मौसम की छुट्टियों (rainy/Monsoon holidays in government schools Himachal in Hindi) में बदलाव भी हो सकता है। कारण यह कि कुछ शिक्षक संगठनों से मिले ज्ञापन के आधार पर शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर (Education Minister Rohit Thakur) ने इस मुद्दे पर बैठक बुलाई है

यह बैठक कैबिनेट वाले दि सोमवार को भी हो सकती है. शिक्षा मंत्री फिलहाल मुंबई की यात्रा पर हैं और कल लौटेंगे। दरअसल, राज्य सरकार को राज्य शिक्षक संघ और स्कूल पीआर एसोसिएशन की ओर से मानसून की छुट्टियों (monsoon holidays in schools Himachal in Hindi) पर कई बयान मिले हैं.

शिक्षक संगठनों की मांग को देखते हुए शिक्षा विभाग ने कोरोना काल के बाद अवकाश के दिनों में बदलाव किया था । इस बार कुछ शिक्षक संगठन ऐसी ही मांग कर रहे हैं। हालांकि, ज्य स्कूल प्रवक्ता संघ ने किसी भी बदलाव को खारिज कर दिया। इसका कारण यह था कि दिन कम बचे हैं और 22 जून से बरसात की छुट्टियां हैं।

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इसलिए अब बदलाव न किया जाए। स्कूल प्रशासन ने यह भी कहा था कि स्कूलों को लेकर शेड्यूल पूरे साल का एक साथ जारी होना चाहिए, ताकि किसी के मन में कोई कंफ्यूजन ना रहे।

हिमाचल स्कूलों में छुट्टियों के शेड्यूल की अधिसूचना

इधर, उच्च शिक्षा निदेशक डा. अमरजीत कुमार शर्मा (Director of Higher Education Dr. Amarjit Kumar Sharma) ने बताया कि सरकारी स्कूलों के लिए विभाग ने शिक्षा सत्र के शुरू में ही छुट्टियों के शेड्यूल (Schedule of Himachal School holidays in Hindi) की अधिसूचना जारी कर दी थी और वर्तमान में वही लागू है, लेकिन कुछ ज्ञापन मिलने के बाद शिक्षा मंत्री ने एक बैठक बुलाई है और उसमें सभी तथ्य रखे जाएंगे। यदि सहमति बनी तो ही बदलाव होगा अन्यथा पहले से जारी शेड्यूल के अनुसार ही मॉनसून ब्रेक (School monsoon break in Hindi) रहेगी।

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अहम बात यह है कि शिक्षा के क्षेत्र में अक्सर ऐसा होता आया है कि बरसात के मौसम में सार्वजनिक अवकाश मानसून (School monsoon holidays in Hindi) के आने से पहले आ जाता है. और जब स्कूल शुरू होता है तो मानसून अपने चरम पर होता है। एक बार ऐसी स्थिति होने पर, संबंधित जिले के उपायुक्त के पास वर्षा की मात्रा के अनुसार अवकाश निर्धारित करने का अधिकार होता है।

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