हिमाचल प्रदेश रोजगार कार्यालय की सभी सेवाएं आपके द्वार पर उपलब्ध होंगी। नई सरकार की पहल नौकरी चाहने वालों को पंजीकरण कराने के लिए व्यक्तिगत रूप से कार्यालयों में जाने की आवश्यकता को समाप्त करती है।
कागज रहित पंजीकरण बेरोजगार युवाओं, विशेषकर दूरस्थ क्षेत्रों में रहने वाले उम्मीदवारों के लिए यात्रा और अन्य वित्तीय लागतों को समाप्त करता है। नई व्यवस्था में वे बिना युवा कल्याण कार्यालय जाए ऑनलाइन या लोकमित्र केंद्र के माध्यम से पंजीकरण करा सकते हैं।
आवश्यक दस्तावेज भी पंजीकृत और ऑनलाइन अपलोड किए जा सकते हैं, और पंजीकरण टोकन या पंजीकरण प्रमाणपत्र ऑनलाइन डाउनलोड करने का विकल्प भी है।
मुख्यमंत्री सुक्खू ने कहा कि राज्य सरकार वर्तमान में एक अधिक सुविधाजनक ऑनलाइन पंजीकरण प्रणाली का निर्माण कर रही है, जिसने लगभग 50 वर्षों तक युवाओं को व्यक्तिगत रूप से रोजगार कार्यालयों में जाने की आवश्यकता को समाप्त कर दिया है।
पूर्व में ऑनलाइन पंजीकरण के बाद भी युवाओं को अपने मूल दस्तावेजों के साथ रोजगार कार्यालयों के चक्कर लगाने पड़ते थे, लेकिन राज्य सरकार ने इस प्रक्रिया को सरल बनाने में प्रौद्योगिकी की क्षमता को न केवल पहचाना है बल्कि इसे तुरंत अपनाकर संस्थानों, कार्यालयों एवं प्रक्रियाओं में बदलाव लाने के लिए प्रभावी कदम भी उठाए हैं।
श्रम और रोजगार विभाग
नवपरिवर्तन को युवाओं के लिए सुगम बनाने के मद्देनजर श्रम और रोजगार विभाग ने ई-एमआईएस (रोजगार विनिमय प्रबंधन सूचना प्रणाली) के नाम से एक सॉफ्टवेयर विकसित किया है।
यह सॉफ्टवेयर आवेदकों को बिना किसी वित्तीय परेशानी के ऑनलाइन पंजीकरण करने में सक्षम बनाता है। मुख्यमंत्री ने कहा कि कागज रहित पंजीकरण की शुरूआत से नौकरी चाहने वालों के लिए पैसों के साथ-साथ समय की बचत भी सुनिश्चित होगी।
राज्य सरकार का लक्ष्य प्रौद्योगिकी के उपयोग से रोजगार कार्यालयों को समावेशी बनाने, कार्यालयों में प्रक्रिया संबंधी बाधाओं को कम करना और दूरस्थ क्षेत्रों में रहने वाले युवाओं को सुविधा प्रदान करना है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य के लोगों की सुविधा के लिए कृत्रिम मेधा (आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस) सहित आधुनिक तकनीक का लाभ उठाना और उन्हें घर-द्वार पर बेहतर सेवाएं प्रदान करना सरकार की प्रतिबद्धता है।