हिमाचल के हमीरपुर जिला के उपमंडल सुजानपुर (Sujanpur sub-division) के सीमांत क्षेत्र पर बने ब्यास पुल ने एक महीना पहले ही खुद के क्षतिग्रस्त होने के संकेत दे दिए थे। उस दौरान ही पुल में एक ऐसी दरार पड़ गई, जो कभी भी पुल को मिट्टी में मिला सकती थी, लेकिन संकेतों को नजरअंदाज कर दिया गया।
आंखों देखे इस हालात को नजरअंदाज करना ही अब भारी पड़ा है। वर्तमान हालात ऐसे हैं कि जहां जुलाई महीने में यह दरार पड़ी थी वहीं से पुल की दीवार गिर गई और आवाजाही के लिए पुल को बंद कर दिया गया है।
यदि बिगड़े हालातों से पहले मिल रहे संकेेतों को समझ लिया जाता, तो शायद आज स्थिति कुछ और होती। इसके लिए जिम्मेदार किसको ठहराया जाए, यह तो प्रशासन और सरकार ही जानें। ‘दिव्य हिमाचल’ मीडिया ग्रुप ने ही 25 जुलाई को पुल में आई दरार के मुद्दे को शीर्षक ‘सुजानपुर में ब्यास पुल में आई दरार, खतरा बढ़ा’ नाम से प्रकाशित कर प्रशासन व सरकार को सचेत कर दिया था।
सुजानपुर-पालमपुर, धर्मशाला, जयसिंहपुर
गौरतलब है कि ब्यास नदी पर बने सुजानपुर-पालमपुर, धर्मशाला, जयसिंहपुर (Sujanpur-Palampur, Dharamshala, Jaisinghpur) आदि क्षेत्रों को जोडऩे वाले पुल पर सैकड़ों वाहन गुजरते हैं। इसके एक छोर पर बीचोंबीच व पैदल परिपथ पर एक बड़ी दरार पड़ गई थी, जिसे समय रहते विभाग को अवगत करवाया था, लेकिन विभाग ने इस विषय पर गंभीरता नहीं दिखाई केवल औपचारिकता पूरी कर अपना पल्लू झाड़ लिया था।
इसका परिणाम 13 व 14 अगस्त को हुई भीषण बरसात के बाद देखने को मिला कि पुल के जिस छोर पर दरार आई थीं वह दीवार ढह गई अगर समय रहते पुल में दरार आने के कारणों को जानकर सही ढंग से मरम्मत कर स्थिति को संभाल लिया होता, तो आज यह नौबत न आती। इसके चलते पुल को बड़ी गाडिय़ों के लिए बंद करना पड़ा है, लेकिन अभी तक इसकी रिपेयर का कोई भी कार्य शुरू नहीं किया गया है।
विभाग को समय रहते इस पुल की तरफ ध्यान देना होगा और शीघ्र पुल की मरम्मत का कार्य करना होगा, ताकि पुल के अस्तित्व को बचाया जा सके और जिला हमीरपुर से जिला कांगड़ा का संपर्क न कटे और यातायात भी बाधित न हो। इस संदर्भ में लोक निर्माण विभाग सुजानपुर के सहायक अभियंता अभिषेक शर्मा ने बताया कि पुल की रोक दीवार ढह जाने से पुल के साथ के एक हिस्से को नुकसान हुआ है, जबकि पुल सुरक्षित है।
एसई लोक निर्माण विभाग पुल का निरीक्षण कर गए हैं व एक तरफ का रास्ता गाडिय़ों के लिए खोल दिया गया है, लेकिन भारी सामान से भरी हुई गाडिय़ों के लिए रास्ता बंद रहेगा और इसकी फिलिंग का काम शीघ्र ही शुरू कर दिया जाएगा। एचडीएम