हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा जिले में एक टीचर ने एक बच्चे को स्कूल के टॉयलेट में बंद कर दिया. स्कूल के बाद शिक्षक बच्चे को शौचालय से बाहर नहीं निकाला और और पूरा स्कूल प्रबंध बच्चे को बाथरूम में ही छोड़ गया. सौभाग्य से, बच्चे की चीख सुनकर आए लोगों ने उसे ढूंढ लिया और बाहर ले आए। पूरी मामले का एक वीडियो भी जारी किया गया. जो कि चर्चा का विषय बना हुआ है.
ताज़ा मिली जानकारी के अनुसार, कांगड़ा के शिक्षा खंड फतेहपुर के तहत पड़ती राजकीय प्राथमिक पाठशाला फतेहपुर का यह मामला है. बताया जा रहा है कि शनिवार का यह मामला है. बच्चे को सीढ़ी से बाद में बाथरूम से निकाला गया. बताया जा रहा शिक्षा खंड के स्कूल में तैनात सभी अध्यापक छुट्टी कर घर को निकल गए. बच्चे को अध्यापक ने बाथरूम में बन्द करने की सजा दी थी.
बच्चे के चिल्लाने की आवाज सुन आसपास के लोग एकत्र हुए और सीढ़ी के माध्यम से बच्चे को बाहर निकाला. वीडियो बना रहे शख्स ने बच्चे से पूछा कि वह बाथरूम में कैसे पहुंचा तो बच्चे ने बताया कि अध्यापक ने ही अंदर बन्द किया हुआ था. छुट्टी के डेढ़ घंटे बाद बच्चे को बाथरूम से निकाला गया. बता दें कि स्कूल में तीन बजे छुट्टी हो चुकी थी. ऐसे में अध्यापक की इतनी बड़ी लापरबाही कारण बच्चा बाथरूम में रहा. यदि लोगों ने बच्चे को निकाला नहीं होता तो कुछ ही हादसा हो सकता था. फिलहाल, शिक्षा विभाग ने स्कूल प्रबंधन से मामले में रिपोर्ट मांगी है.
छात्र के पिता संजीत मोहम्मद ने बताया कि उनका बेटा अपने आप से काम रखता है, मगर वो मानसिक तौर पर अक्षम है ऐसा कुछ नहीं है. वो किसी के ख़िलाफ़ कार्रवाई नहीं चाहते. वो नहीं चाहते कि किसी की नौकरी उनके बेटे की वजह से चली जाए.