जानकारी आपको दे दें कि माइक्रोब्लॉगिंग साइट Twitter ने शुक्रवार को देश भर की दिग्गज हस्तियों के ब्लू टिक हटा दिए हैं। इनमें पूर्व भारतीय Virat Kohli, अभिनेता Shah Rukh Khan, क्रिकेटर Rohit Sharma, अभिनेता Akshay Kumar, सुपरस्टार Amitabh Bachchan और यूपी के मुख्यमंत्री Yogi Adityanath जैसी हस्तियां भी शामिल हैं।
ब्लू टिक हटाने की इसी कड़ी में हिमाचल प्रदेश के भी कई नेताओं के ट्विटर अकाउंट के ब्लू टिक हटाए जा चुके हैं। हालांकि प्रदेश के मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री के ब्लू टिक बरकरार हैं।
मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू और उपमुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री ने ब्लू टिक के लिए सब्सक्रिप्शन ली है। दोनों के ट्विटर अकाउंट पर ब्लू टिक है। पूर्व मुख्यमंत्री व नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर के ट्विटर अकाउंट का ब्लू टिक हटाया जा चुका है।
इसके अलावा भाजपा प्रदेशाध्यक्ष व सांसद सुरेश कश्यप और पूर्व विधानसभा अध्यक्ष विपिन परमार के अकाउंट पर भी अब ब्लू टिक नहीं है। कांग्रेस प्रदेशााध्यक्ष व सांसद प्रतिभा सिंह, लोक निर्माण मंत्री विक्रमादित्य सिंह के ट्विटर अकाउंट भी बिना ब्लू टिक के दिखाई दे रहे हैं।
इनके ट्विटर अकाउंट पर ग्रे टिक
भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष व राज्य सभा सांसद जेपी नड्डा, भाजपा महिला मोर्चा की राष्ट्रीय महासचिव और राज्य सभा सांसद इंदु गोस्वामी, केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकुर, मुख्यमंत्री कार्यालय हिमाचल (CMO) के ट्विटर अकाउंट पर ग्रे टिक है। हालांकि राजभवन हिमाचल प्रदेश के ट्विटर अकाउंट पर कोई भी टिक नहीं है। इसे लेकर प्रक्रिया जारी है। इसे जल्द ग्रे टिक जारी किया जाएगा।
ब्लू, गोल्ड और ग्रे टिक में अंतर जान लें
Twitter का ब्लू टिक यूनिवर्सल हो गया है। अब कोई ट्विटर अकाउंट Blue Tick होने का मतलब है कि यूजर ने ब्लू टिक के लिए सब्सक्रिप्शन ली है। आईओएस और एंड्रॉयड पर भारत में ट्विटर ब्लू सब्सक्रिप्शन की कीमत 900 रुपये प्रति माह है और इसमें ट्वीट को संपादित करने की क्षमता और चार हजार अक्षरों तक के लंबे ट्वीट को साझा करने जैसी सुविधाएं भी शामिल हैं। प्राइवेट कपंनियों को गोल्ड टिक जारी किया गया है।
बिजनेस अकाउंट गोल्ड टिक के लिए मंथली एक हजार अमेरिकी डॉलर सब्सक्रिप्शन चार्ज लिया जा रहा है। मल्टीनेशनल कपंनियां जैसे कैडबरी, नेस्ले, पेप्सी के अकाउंट पर गोल्ड टिक है। तीसरे तरह का टिक ग्रे कलर का है। ग्रे टिक वाले अकाउंट सरकार से संबंधित खातों का प्रतिनिधित्व करते हैं। लेकिन अब भी ऐसे कई सरकारी अकाउंट हैं जिन्हें ग्रे टिक जारी नहीं किया गया है।