हिमाचल प्रदेश इस समय वैक्सीन की भारी किल्लत से जूझ रहा है। 18 से 44 साल आयु वर्ग के लोगों के लिए राज्य के पास अभी पर्याप्त वैक्सीन नहीं है। ऐसे में अब 22 जुलाई तक 18 प्लस के लिए वैक्सीनेशन ड्राइव को टाल दिया गया है। 22 जुलाई के बाद ही अब आगामी रणनीति का पता चल पाएगा। अगर राज्य के पास पर्याप्त वैक्सीन होती है, तो 18 प्लस के लिए स्पेशल ड्राइव का आयोजन किया जा सकता है। राज्य के पास वैक्सीन का पर्याप्त कोटा भी नहीं है, जिससे 18 से 44 साल आयु वर्ग के लोगों को वैक्सीन नहीं लग रही है।
राज्य में इससे पहले स्वास्थ्य विभाग ने निर्णय लिया था कि 14 जुलाई के बाद 18 से 44 साल के लोगों को वैक्सीन लगाई जा सकती है, लेकिन अब 22 जुलाई तक इस निर्णय को टाल दिया गया है। राज्य में 18 से 44 साल आयु वर्ग के करीब 31 लाख लोग हैं, जिन्हें वैक्सीन लगाई जानी है। अभी तक राज्य में इस आयु वर्ग के लोगों में 11 लाख 99 हजार 582 को कोविड की पहली डोज लग चुकी है। 20 लाख के करीब अभी भी वैक्सीन लगने का इंतजार कर रहे हैं। कब उन्हें पहली डोज लगेगी। एनएचएन के निदेशक हेमराज बैरवा ने बताया कि 18 से 44 आयु वर्ग के लोगों को 22 जुलाई के बाद ही वैक्सीन लगेगी। अभी पहले की तरह 45 साल वालों को टीका लगाया जाएगा
स्वास्थ्य विभाग के पास सिर्फ तीन लाख डोज
स्वास्थ्य विभाग के पास अभी वर्तमान में तीन लाख के करीब डोज पड़ी है। अगर 18 से 44 साल आयु वर्ग के लोगों को यह वैक्सीन लगाई जाती है, तो दो दिन के भीतर ही राज्य के पास वैक्सीन का स्टॉक खत्म हो जाएगा। इससे हिमाचल में वैक्सीनेशन ड्राइव पूरी तरह से रुक जाएगी। पहले भी जब राज्य में 18 प्लस को वैक्सीन लगने की ड्राइव शुरू हुई थी, तो टारगेट से ज्यादा लोग वैक्सीन लगाने को पहुंचे थे।