हिमाचल में मौसम फिर(weather in Himachal) बदलेगा. मौसम विभाग ने 13 से 16 अप्रैल तक हिमाचल में बारिश, ओलावृष्टि, गरज और बिजली कड़कने की चेतावनी दी है। इस अवधि के दौरान, राज्य के मैदानी इलाकों और मध्य पहाड़ी क्षेत्रों के लिए यैलो और ऑरैंज चेतावनी दी है।
मौसम विज्ञान केंद्र शिमला ने 13 और 14 अप्रैल को 9 जिलों शिमला, सोलन, कुल्लू, सिरमौर, चम्बा, कांगड़ा, ऊना, हमीरपुर और बिलासपुर के लिए ऑरैंज अलर्ट जारी किया है। इन 2 दिनों में 40 से 50 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से हवाएं चलने की आशंका है। 12, 15 व 16 अप्रैल के लिए यैलो अलर्ट जारी हुआ है। इस अवधि में राज्य के उच्च पर्वतीय इलाकों में बर्फबारी होने की भी संभावना है।
मैदानी व मध्यम ऊंचाई वाले इलाकों के लिए यैलो अलर्ट रहेगा
मौसम विभाग के निदेशक सुरेंद्र पॉल ने बताया कि मैदानी व पहाड़ी इलाकों में अनेक स्थानों पर आंधी के साथ तेज बारिश हो सकती है। अगले 24 घंटों के दौरान मैदानी व मध्यम ऊंचाई वाले इलाकों के लिए यैलो अलर्ट रहेगा। उन्होंने 13 और 14 अप्रैल को ऑरैंज अलर्ट के चलते लोगों व प्रदेश का रुख करने वाले सैलानियों को सावधान रहने की हिदायत दी है। लाहौल-स्पीति और किन्नौर जिलों में बर्फबारी होने का अनुमान है।
किसानों को सताने लगी फसलों के खराब होने की चिंता
मौसम का मिजाज बिगड़ने की आशंका से किसानों को गेहूं की फसल, सेब व अन्य फलों-सब्जियों के नुक्सान का डर सताने लगा है। किसानों-बागवानों को सबसे अधिक डर ओलावृष्टि को लेकर लग रहा है। पहाड़ी इलाकों में ओलावृष्टि से सेब की फ्लावरिंग को नुक्सान होता है तो मैदानों में गेहूं की खड़ी व कटी फसल बर्बाद हो जाती है। मैदानी क्षेत्रों में गेहूं की फसल लगभग तैयार हो गई है और किसान अब इसे काटने की तैयारी में हैं।