मल्टी टास्क भर्ती (multi task recruitment) के लिए महिलाओं से 50 किलो की सीमेंट की बोरी (women lifting 50 kg cement) उठाने के मामलों पर कांग्रेस भड़क गई है और इसे महिलाओं का अपमान (insult to women) करार दिया है । कांग्रेस प्रवक्ता किरण धांटा (Congress spokesperson Kiran Dhanta) ने कहा कि एक तरफ तो बीजेपी महिला सशक्तिकरण की बड़ी-बड़ी बातें करती हैं वहीं महिलाओं का अपमान करने में भी कोई कसर नहीं छोड़ी है महिलाओं के सम्मान में सीएम ने धर्मशाला से नारी को नमन योजनाएं शुरू की गई लेकिन उन नारियों को ही अपमानित किया जा रहा है।
उन्होंने मल्टी टास्क भर्ती के लिए महिलाओं से 50 किलो की सीमेंट की बोरी उठवाना महिलाओं की क्षमताओं (women for multi task recruitment) का अपमान करार दिया है। प्रवक्ता किरण धांटा का कहना है कि आज की महिलाएं पुरुषों से कम नहीं है परन्तु इस का यह अर्थ नहीं है कि आप उन की शारीरिक क्षमताओं का आकलन इस प्रकार से करें, जिसमें सभी महिलाएं अपनी योग्यताओं और क्षमताओं को प्रदर्शित न कर सके।
हिमाचल प्रदेश (Himachal Pradesh) में सभी महिलाओं का भगौलिक क्षेत्र के आधार पर शारीरिक रूप से होने वाले कार्यों को करने का तरीका अलग अलग है परन्तु सत्तासीन भाजपा सरकार शायद हिमाचल प्रदेश की महिलाओं (women of Himachal Pradesh) की परिस्थिति से तथा हिमाचल प्रदेश के गांवों की परिस्थिति से जागरूक नहीं है। सत्तासीन बीजेपी सरकार (ruling BJP government) को हिमाचल के लोगों की समस्या की जानकारी नहीं है इसीलिए यह सरकार नौकरी (criteria for jobs) के लिए ऐसे मापदंडों का उपयोग कर रही है जिसमें सभी महिलाओं के लिए नौकरी का एक सामान मौका नहीं है।
कांग्रेस प्रवक्ता (Congress spokesperson) ने कहा कि सत्तासीन बीजेपी सरकार महिलाओं का सशक्तिकरण महिलाओं की क्षमताओं को अपमानित कर के कर रही है। उन्होंने बीजेपी की महिला नेताओं (women leaders of BJP) से भी प्रश्न किया है कि आज वो महिलाओं के हक़ के लिए आवाज़ क्यों नहीं उठा रही है। क्या महिलाओं के साथ हो रहे इस व्यवहार में महिला सशक्तिकरण नज़र आ रहा है। बीजेपी के नेताओं (BJP leaders) को अपनी कथनी और करनी दोनों को ठीक करने की आवश्यकता है।
इस तरह से महिलाओं के साथ दुर्व्यवहार करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए। धर्मशाला (Dharamsala) में एक विधायक द्वारा अपनी पत्नी को प्रताड़ित किया जाता है उसे घर से निकाला जाता है और समय भी बीजेपी की महिला नेताओं (women leaders of the BJP) एक शब्द तक नहीं बोला जबकि उन्होंने सीएम से लेकर प्रधानमंत्री (CM to the Prime Minister) तक न्याय की गुहार लगाई थी।